कवर्धा। चुनावी साल में हड़तालों की बाढ़ आ गई है। विभिन्न संगठन से जुड़े कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर शासन प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ शासकीय वाहन चालक महासंघ ने भी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है। अगर ऐसा हुआ तो 28 को शासकीय अफसरों के वाहनों के पहिए थम जाएंगे। संगठन पदाधिकारियों ने 28 जुलाई को काम बंद आंदोलन की चेतावनी दी है। उनकी प्रमुख मांगों में वाहन चालकों का प्रारंभिक ग्रेड वेतन 2800 रूपए किया जाए। दैनिक वेतनभोगी संविदा अनियमित वाहन चालक एवं यांत्रिक कर्मचारियों को निशर्त नियमित किया जाए। शैक्षिणिक योग्यता के आधार पर वाहन चालकों को भी पद परिवर्तन, पदोन्नति का लाभ दिया जाए। कार्यभारित प्रथा समाप्त कर कार्यभारित कर्मचारियों को नियमित स्थापना में समाहित किया जाए। शासकीय विभागों के वाहन एवं वाहन चालकों के दुरुपयोग पर अंकुश लगाया जाए। शासन द्वारा विभिन्न विभागों में व्यापम एवं सीधी भर्ती के माध्यम से दैनिक वेतन भोगी वाहन चालक को प्राथमिकता दी जाए। वाहन चालकों को मोबाईल भत्ता 200 रूपए के स्थान पर 1000 रुपए दिया जाए। समस्त शासकीय वाहनों का बीमा अनिवार्य रूप कराया जाए।