पालक संघ में भी अधीक्षक के खिलाफ कार्यवाही की मांग
~भुवन पटेल ~
कवर्धा, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय तरेगांव में रेंकिंग के जो मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ उस पर जिला कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान में लेकर जांच तो कराया लेकिन उस पर जिस तरह का कार्यवाही और जिम्मेदारी तय करना चाहिए उस तरह का नही हुआ जो सोशल मिडिया और लोगो के जबान पर है । आखिर बच्चों के ऊपर घटित हुई कृत्य पर जिम्मेदार के ऊपर कार्यवाही क्यो नही हुआ ।प्रभारी सहायक आयुक्त ने पालको और निगरानी समिति का बैठक लिया जिसमे भी अधीक्षक के ऊपर कठोर कार्यवाही की मांग उठी है ।
पूर्व में सहायक आयुक्त पर हुई थी कार्यवाही
इसी शिक्षा सत्र में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की अव्यवस्था को लेकर छात्रों ने अगस्त- सितंबर महीने में कलेक्टर से मिलकर अवगत कराया गया जिसे संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने स्वयं विद्यालय का निरीक्षण करते हुए सीधा सहायक आयुक्त को दोषी मानते हुए सहायक आयुक्त का प्रभार अन्य अधिकारी को दे दिया । कार्यालय कलेक्टर, जिला कबीरधाम (छ.ग.) क्रमांक /7559/स्था./ कार्य. विभा.न.क्र. 20V / 2022 कबीरधाम दिनांक 05/9/2022
श्री आर. एस. टंडन, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, कबीरधाम के स्थान पर अन्य अधिकारी की पदस्थापना होते तक, आगामी आदेश पर्यन्त प्रशासनिक व्यवस्था के तहत् श्रीमती मोनिका कौड़ो, संयुक्त कलेक्टर, जिला कार्यालय कबीरधाम को उनके वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ अस्थायी रूप से सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग, जिला कबीरधाम का दायित्व निर्वहन हेतु आदेशित किया जाता है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। जारी कर दिया था ।
संयुक्त कलेक्टर को मिला सहायक आयुक्त का जिम्मेदारी
तत्कालीन सहायक आयुक्त आर एस टण्डन का प्रभार जिला कार्यालय में पदस्त संयुक्त कलेक्टर को अतिरिक्त प्रभार के लिए यह आदेश जारी हुआ जिसमे लिखा था कार्यालय कलेक्टर, जिला कबीरधाम (छ.ग.) क्रमांक /7580/स्था /कार्य. विभा.न.क्र. 20 व्ही/ 2022 कबीरधाम दिनांक 05/09/2022 प्रशासनिक व्यवस्था के तहत् मोनिका कौड़ो, संयुक्त कलेक्टर, जिला कार्यालय कबीरधाम को उनके वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ अस्थायी रूप से आगामी आदेश पर्यन्त प्रभारी अधिकारी, आदिवासी विकास विभाग, जिला कबीरधाम का दायित्व सौंपा जाता है।
यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
विभाग को नही सम्हाल पा रहा प्रभारी सहायक आयुक्त
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की अव्यवस्था के चलते तो आर एस टण्डन को हटाया गया और अतरिक्त प्रभार का आदेश हुआ । छात्रावास और आश्रमो के अधीक्षकों का मनमानी शुरू हो गया और तरह तरह की समस्या वहां पर अध्ययन करने वाले छात्र छात्राओं को आने लगी । क्या अब प्रभारी सहायक आयुक्त के ऊपर भी कोई कार्यवाही होगा । यह चर्चा जनमानस में जोरो पर है।
केस 1
कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव की छात्राओं ने अधीक्षिका की मनमानी , भोजन में अव्यवस्था और वहां के कर्मचारियों की शिकायत लेकर महराजपुर से पैदल कलेक्टर से मिलने निकल पड़े थे । इसकी जानकारी प्रशासन को लगी छात्राओं को रास्ते से वापस शिक्षा परिसर ले जाकर अनुविभागीय अधिकारी , तहसीलदार और अन्य अधिकारियों ने मिलकर समस्याओं का हल किया ।
केस 2
7 फरवरी 2023 को जिला मुख्यालय स्थित प्री मेट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास के अधीक्षिका के द्वारा बच्चों को लगातार मारपीट करती है कि शिकायत पीड़ित छात्रा ने जिला कलेक्टर , सहायक आयुक्त और पुलिस अधीक्षक से की है । मामला की जांच के लिए प्रभारी सहायक आयुक्त तीन सदस्यीय टीम गठित किया जिसमें तीन पुरुष अधीक्षक को जांच के लिए भेजा गया जबकि कन्या संस्था में महिला अधीक्षिकाओ को भेजना था हालांकि परिजनों ने अपनी बच्ची की भविष्य की चिंता करते हुए मामला में समझौता कर लिए ।
केस 3
हाल ही में 2 मार्च को बोक्करखार छात्रावास के छात्र को संकुल समन्वयक के द्वारा पिटाई कर दिया जिसका मामला चिल्फी थाना में 2 मार्च को ही पंजीबद्ध किया गया हैं ।
केस 4
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में छात्रों से रैकिंग का मामला और पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल और पालक संघ ,निगरानी समिति बैठक के अलावा लोगो की प्रतिक्रिया के बीच अधीक्षक के ऊपर ठोस कार्यवाही के बजाए उन्हें मूल पदस्थापना में वापस करना ।