कवर्धा , जनपद पंचायत सहसपुर लोहरा के अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़ौदा कला के सरपंच पति ने सरकारी दस्तावेजों में अपने सरपंच पत्नी का हस्ताक्षर करता है जिसकी खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था जिसे अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित कर सरपंच सचिव को नोटिस जारी कर पंचायत भवन में उपस्थि होने का किया गया था लेकिन सरपंच और उसके पति ने जांच टीम के समक्ष उपस्थित ही नही हुआ जिसके चलते पंचायत इंस्पेक्टर और उसके टीम को बैरंग वापस होना पड़ा । देखने की जरूरत है कि आधिकारी अब किस तरह की कार्यवाही करेंगे ।
जनपद से हुआ नोटिस जारी
कार्यालय जनपद पंचायत स.लोहारा जिला कबीरधाम (छ.ग.) E-Mail : jp-slohara.cg@.nic.in , Phon No. 07741-269534, Fax No. 07741-269534 के पत्र क्रमांक /Q /शिका. ज. पं. / 2023-24 सहसपुर लोहारा दिनांक 5/4/2023को सरपंच/सचिव ,ग्राम पंचायत बड़ौदाकला जनपद पंचायत स.लोहरा को समाचार पत्र के शीर्षक बड़ौदा सरपंच पति का कारनामा, पत्नी के नाम के सरकारी दस्तावेजों में करता है। हस्ताक्षर” के संबंध प्रकाशित खबर का दिनांक 11.04.2023 को समय 11:00 बजे जांच किया जाना है। अतः आप नियत तिथि एवं समय को अपने ग्राम पंचायत बड़ौदाकला में उपस्थित रहना सुनिश्चित करें स्पष्ट रूप से लिखा गया था जिसमे अर्जित कुमार तिकी , (समाज शिक्षा संगठक एवं जांच अधिकारी) जनपद पंचायत स. लोहारा को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था ।
नाम पत्नी का काम करते है पति महोदय
प्रकाशित खबर में यह लिखा गया था कि बड़ौदा गाँव में कहने को तो महिला सरपंच है पर वह सिर्फ नाम के लिए हैं। सूत्रों के अनुसार गाँव मे जितने भी काम होते है चाहे विकास के हो,निर्माण के हो या फिर कोई अन्य,हर काम मे सरपंच पति के हस्ताक्षर उनके पति ही करते है।इतना ही नही गाँव के हर काम में सरपंच पति का हाथ होता है उनके कहे बिना कोई भी गांव में काम नही होते है।
घर में पत्नी के हस्ताक्षर करते हुए कैमरे में कैद हुए सरपंच पति
प्रकाशित खबर में यह भी लिखा गया था कि हाल ही में बड़ौदा गाँव की महिला सरपंच के नाम का हस्ताक्षर करते हुए उनके पति कैमरे में कैद हुए थे।वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सरपंच पति सरकारी कार्य के लिए जाति ,निवास प्रमाण पत्र पर अपने हस्ताक्षर कर सील भी लगा रहे है।ये वीडियो सरपंच के घर का ही है।
जांच टीम को नही दिया तबज्जो
ग्राम पंचायत की सरपंच को 5अप्रैल को ही नोटिस जारी कर दिया था बावजूद उन्होंने जांच को तब्ज्जो नही दिया और पंचायत भवन में उपस्थित नही हुआ । टीम में आए सभी सदस्यों ने सरपंच को फोन करते रहे लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया ।