कवर्धा, पंडरिया जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत पेंड्री कला में मनरेगा मद से नाली निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान किया गया जिसका निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया । ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा नाली निर्माण कार्य में प्रकालन को किनारे करते हुए मनमानी पूर्ण कार्य को कराया है । जिसकी भनक लगते ही मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी मौका का निरीक्षण करते हुए कार्य में गुणवत्ता लाने का निर्देश दिया बावजूद अधिकारी को अनसुना करते हुए नाली निर्माण को पूर्ण कर दिया ।
पुराने छड़ का उपयोग
सरपंच ग्राम पंचायत पेंड्री कला ने अपने पुराने घर के छत को तोड़कर उसमें लगे हुए छड़ को मनरेगा के नाली निर्माण में उपयोग किया है । सरपंच के मनमानी के चलते ग्रामीण परेशान है लेकिन दब स्वर में शिकायत किए बावजूद कार्य तो हो गया लेकिन पुराने छड़ को नही बदला । अब देखने की जरूरत है कि अधिकारी मूल्यांकन ,सत्यापन में नाली निर्माण का राशि किस तरह से आहरित कराते है ।
नागरिक सूचना पटल नही
कोई भी निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पूर्व निर्माण कार्य से संबंधित जानकारी प्रदर्शित करने के लिए नागरिक सूचना पटल का निर्माण किया जाता है जिसमे कार्य का नाम , तकनीकी स्वीकृति, प्रशासकीय स्वीकृति , लागत राशि , निर्माण कार्य कहा से कहा तक , तकनीकी सहायक का नाम , मोबाइल नंबर , लोकपाल का नाम ,पता , अंकेक्षण का नाम सहित अन्य आवश्यक जानकारी लिखा रहता है जिससे कार्य में परदशिता बना रहता है लेकिन निर्माण एंजेसी की नियत ठीक नही होने के कारण उक्त पटल का निर्माण नही किया गया था ।
दस लाख की राशि की मिली थी स्वीकृति
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पेंड्री कला के आश्रित ग्राम नवापारा में वेदी चंद्राकर के घर से रामस्नेही चंद्राकर घर तक नाली निर्माण चार सौ तिरालिस मीटर के लिए दस लाख रुपए की बड़ी राशि का स्वीकृति मिली थी । जिससे गुणवत्ता पूर्ण और लोगो की आवश्यकता के अनुरूप निर्माण हो सके लेकिन नाली निर्माण में कोई भी सामग्री का उपयोग सही तरीके से नही किया गया है ।
स्थानीय नदी के मिट्टी युक्त रेत से बनाया नाली
मनरेगा मद से ग्राम पंचायत पेंड्री कला के आश्रित ग्राम नवापारा में हाफ नदी के मिट्टी युक्त रेत का उपयोग किया गया है जबकि प्रकालन में अन्य नदी का मिट्टी रहित साथ सुथरा रेत से नाली बनाया जाना का उल्लेख रहता है । जिसका पालन सरपंच के द्वारा नही किया गया है ।