कुई में विद्युत तार के नीचे बनाया गया प्राथमिक शाला का अतरिक्त कक्ष
कवर्धा -पंडरिया विकासखंड हमेशा सुर्खियों में रहता है चाहे वह राजनीति के क्षेत्र में हो या निर्माण कार्य का । वनांचल ग्राम पंचायत कुई जो पंडरिया विधायक आदर्श ग्राम योजना में सम्मिलित है जहा पर प्राथमिक शाला के स्कूली बच्चों की बैठने की व्यवस्था नही होने के कारण शासन के द्वारा दो बार अतरिक्त कक्ष निर्माण कार्य के लिए राशि की स्वीकृति की गई जिसकी निर्माण कार्य का जिम्मेदारी सरपँच ग्राम पंचायत कुई को दिया गया लेकिन कार्य एजेंसी के द्वारा सभी नियम कायदों को किनारे करते हुए कराया गया है वही उप अभियंता के द्वारा भी प्रथमिक स्कूल के बजाए पूर्व माध्यमिक शाला परिसर में आंख बंद करके घर बैठे कार्य प्रारंभ करने के लिए ले आउट कर दिया वो भी विद्युत तार के बीचों बीच वही निर्माण सामग्री में भी समझौता किया गया है ।
स्वीकृति आदेश अलग और निर्माण स्थल अलग
कार्यालय जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा जिला कबीरधाम के ज्ञापन क्रमांक /1656/समग्र शिक्षा /निर्माण /2020-21कबीरधाम दिनांक 09-03-2021 में प्राथमिक शाला कुई राशि 4.71लाख तथा कार्यालय जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा जिला कबीरधाम के ज्ञापन क्रमांक /1354/समग्र शिक्षा /निर्माण /2021-22 कबीरधाम दिनांक 17-03-2022 में प्राथमिक शाला कुई राशि 8 .32 लाख अतरिक्त कक्ष के लिए स्वीकृति हुआ है लेकिन निर्माण पूर्व माध्यमिक शाला परिसर में किया गया है ।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त निर्माण कार्य के लिए स्थल परिवर्तन के लिए सक्षम अधिकारी से अनुमति भी नही लिए है । जिससे साबित होता है कि उक्त भवन के निर्माण से बच्चों को कोई लाभ नही होगा लेकिन निर्माण से जुड़े सभी लोगो को आर्थिक लाभ होने की संभावना से कोई इनकार नही किया जा सकता ।
प्रतिबंधित लाल ईट का उपयोग
कलेक्टर कबीरधाम के न्यायलय से लाल ईट का सरकारी निर्माण कार्य में उपयोग नही करने का पूर्व में आदेश पारित किया गया था बावजूद सरपंच ग्राम पंचायत कुई के द्वारा उक्त अतरिक्त कक्ष निर्माण में उपयोग करते हुए किया गया है । साथ ही उक्त निर्माण कार्य की देखरेख में लगे इंजीनियर को हैं इंजीनियर उसे उपयोग करने से मना कर सकते थे लेकिन उन्होंने ने भी ऐसा नही किया जो समझ से परे हैं ।
विद्युत तार के नीचे बना अतरिक्त कक्ष
प्राथमिक विद्यालय के अतरिक्त कक्ष भवन के निर्माण प्रारंभ के समय भी विद्युत तार को लेकर शासन प्रशासन को अवगत कराया गया था लेकिन निर्माण एंजेसी को लाभ पहुंचाने और बच्चो की सेहत के साथ खिड़वाड़ करते हुए उक्त निर्माण कार्य को पूर्ण करा दिया गया । जबकि छत के ऊपर विद्युत तार है जिससे बच्चों को हमेशा खतरा रहेगा । स्कूली बच्चे पढाई के उपरांत खेलने के लिए कही छत के ऊपर चले गए और उससे छटा हुआ प्रवाहित विद्युत तार की चपेट में आ सकते है जिससे दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहेगी और उसके जिम्मेदार कौन होगा ।
दो भवन की निर्माण एक साथ
प्राथमिक शाला कुई वर्तमान में पूर्व माध्यमिक शाला से आधा किलोमीटर की दूरी पर संचालित है और वहा पर बच्चो की बैठने की व्यवस्था भी नही है जिसके लिए अलग अलग स्वीकृति करते हुए दो बार राशि जारी किया है लेकिन निर्माण एजेंसी के द्वारा काटा मारी करते हुए तीन दीवार में दो अगल अलग भवन को बनाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा गया है जो समझ से परे है और उसके देखरेख के लिए नियुक्त अधिकारी भी अनजान बना हुआ है जो जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है ।