कलेक्टर ने नाराजगी जताई और सीडीपीओ और पर्यवेक्षक को शो-कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए
कवर्धा, 26 जुलाई 2024। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज शुक्रवार को कवर्धा के वार्ड क्रमांक 10 और कवर्धा विकासखण्ड के ग्राम जिंदा में संचालित कुल तीन अलग-अलग आंगनबाड़ी केन्द्रों का अकास्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकताओं एवं सहायिकाओं द्वारा केन्द्रों के संचालन तथा योजनाओं के क्रियान्वयन एवं विभागीय दिशा-निर्देशों का अनुपालन में बरती जा रही उदासिनता पर कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने ग्राम संबधित परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षक के विरूद्ध शोकॉज नोटिस जारी करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए। कलेक्टर ने ग्राम जिंदा से संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र को बेहतर रख-रखाव करने ग्राम सचिव को निर्देशित किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को ग्राम के जनप्रतिनिधि एवं सचिव से समन्वय कर आवश्यक कार्य कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद तिवारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान राज्य शासन द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र में दर्ज मिलने वाली रेटी टूईट, पोषण आहर, गर्भवती तथा शिशुवती महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण अभियान और वर्तमान में संचालित शिशु संरक्षण माह के कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर ने कवर्धा के वार्ड क्रमांक 10 मे ंसंचालित आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण करते हुए वहां दर्ज बच्चों, उपस्थित बच्चों और वर्तमान में संचालित शिशु संरक्षण माह के तहत किए जा रहे स्वास्थ्य परीक्षण एवं टीकाकरण की जानकारी ली। यहां बताया कि वार्ड क्रमांक 10 शिशु संरक्षण माह अभियान के अतंर्गत शिशुवती 10 बच्चों सहित 17 बच्चों का टीकाकरण किया जाना है। कलेक्टर ने इस अभियान को गंभीरता से लेते हुए आंगनबाड़ी कार्यकताओं को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए। यहां बताया कि इस आंगनबाड़ी में 20 बच्चे है। ग्राम जिंदा के आंगनबाड़ी केन्द्र कंमांक एक में दर्ज बच्चे 22 है, आज की उपस्थिति 19 थी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि बारिश होने की वहज से बच्चों को भोजन करा कर जल्दी छुट्टी दी गई है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी क्रमांक दो में दर्ज बच्चों की संख्या 25 और आज उपस्थित बच्चों की संख्या 16 थी। कलेक्टर ने बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थित सुनश्चित करने के निर्देश दिए। यहां बताया कि इस आंगनबाड़ी केन्द्र में शिशुवती एक,गर्भवती महिला तीन का पंजीयन हुआ है। समान्य कुपोषित बच्चे तीन है। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से संचालित होने वाली सभी योजनाओं को पूरी संवेदनशीलता से साथ क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए।