कवर्धा- सोशल मीडिया मीडिया में वायरल वीडियो को तत्काल संज्ञान में लेकर कलेक्टर ने रात में ही अधिकारियों की जांच में गया और 12 बजे तक जांच चली जिसमे जूनियर छात्रों ने सीनियर छात्रों से साल भर रैकिंग लेने की जानकारी जांच अधिकारियों को बताए । घटना के दूसरे दिन प्रभारी सहायक आयुक्त ने पालक और निगरानी समिति की बैठक लिया जिसमे संस्था में हुए घटना की निंदा प्रस्ताव और घटना की पूर्ण जिम्मेदार मानते हुए अधीक्षक के ऊपर कार्यवाही करने का सर्व सहमति से प्रस्ताव पारित किया बावजूद अधीक्षक को वहां से हटाया गया जबकि उसके ऊपर ठोस कार्यवाही की जरूरत है । फरवरी माह में जिला में अन्य शैक्षणिक संस्थान में घटना घटित हुआ है जिसमे आरोपी के साथ उनके सहयोगियों को भी सह आरोपी मानते हुए उनपर भी कार्यवाही हुआ है ।
घटना 1
फरवरी माह में कोतवाली थाना अंतर्गत कवर्धा के निजी विद्यालय गुरुकुल पब्लिक स्कूल में बस कन्डेक्टर को आरोपी मानते हुए साथ मे संस्था के प्राचार्य को भी जेल भेज दिया । जांच के बाद 21 फरवरी को वाइस प्राचार्य और कक्षा शिक्षिका को भी घटना की जिम्मेदार मानते हुए जेल भेजा गया । मतलब गुरुकुल स्कूल के चार लोगों को आरोपी मानते हुए जेल भेज दिया गया है ।
घटना 2
कवर्धा विकासखण्ड के प्राथमिक शाला जैतपुरी के प्रधानपाठक को आरोपी मानते हुए पिपरिया थाना में मामला दर्ज कर 22 फरवरी को जेल भेज दिया गया वही विद्यालय के ही एक अन्य शिक्षक को सह आरोपी मानते हुए 24 फरवरी को जेल भेज दिया गया ।
घटना 3
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय तरेगाव में हुए घटना में सीनियर 8 छात्रों के ऊपर तरेगाव थाना में मामला दर्ज किया गया है और उनकी नियमानुसार गिरफ्तारी 15 मार्च को किया गया ।
संस्था संचालक होता है जिम्मेदार
छात्रावास और आश्रमो की सुव्यवस्थित संचालन के लिए अधीक्षक की नियुक्ति किया जाता है उनके द्वारा शासन द्वारा संचालित नियमो का पालन कराना होता है और वहां पर रहने वाले छात्र-छात्राओं को शिक्षा के अतिरिक्त अन्य आवश्यक जानकारी दिया जाता है । यदि अधीक्षक वहांपर निवास करता तो सीनियर छात्रों के द्वारा घटित घटना नही होता और जूनियर छात्रों के साथ मारपीट व शोषण नही होता ।