कवर्धा , महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कवर्धा शहर के समीप ग्राम पंचायत भागू टोला में स्टाप डेम गहरी करण और तालाब गहरी करण सह पचारी निमार्ण का कार्य चल रहा है जिसमे प्रतिदिन लगभग चार सौ से अधिक मजदूर मस्टरोल के अनुसार मजदूरी करने जाते है लेकिन कार्य स्थल पर हुए कार्य को देखने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो कार्य हुआ है वह कितने मजदूरों के द्वारा किया है । इसे देखने से ही बड़ी गड़बड़ी की स्पष्ट आशंका नजर आता है साथ ही मनरेगा अधिनियमों का खुला उल्लंघन भी किया जा रहा है ।
वास्तविक मजदूरों के मजदूरी में कंटामारी
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्य करने वालो मजदूरों में काम को लेकर कोई रुचि नजर नही है क्योंकि जो मजदूर कार्य स्थल पर मेहनत करते हुए गोदी खुदाई कर मिट्टी निकलता है उन्ही के हक की काटामारी करते हुए तथाकथित रसूखदार , जनप्रतिनिधियों के परिवार वालों और अपने करीबी व्यक्तियों की फर्जी हाजरी भरते है । उन्हें भी मेहनत करने वालो के बराबर ही मजदूरी भुगतान किया जाता है ।जिसके चलते वास्तविक मजदूर भी काम नही करना चाहते ।
नागरिक सूचना पटल नही
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्य प्रारंभ करने के पूर्व नागरिक सूचना पटल बनाया जाता है जिसमें निर्माण कार्य से संबंधित जानकारी लिखा रहता है लेकिन ग्राम पंचायत भागू टोला में इसे लेकर निर्माण एजेंसी गंभीर नहीं दिखाई देता क्योंकि यदि नागरिक सूचना पटल बनाया जाता हैं तो संपूर्ण जानकारी सबको पता चल जाएगा।जिससे फर्जी हाजरी भरने में दिक्कत होगा और अपने करीबी और परिवार वालों को लाभ नही मिल पाएगा ।
तकनीकी सहायक की भूमिका संदिग्ध
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत हुए निर्माण कार्यों का वास्तविक मूल्यांकन तकनीकी सहायक के द्वारा किया जाता हैं । तकनीकी सहायक के द्वारा कार्य स्थल पर खुदाई की गई गोदी से निकाले गए मिट्टी को माप कर रोजगार सहायक के द्वारा भरे गए मस्टरोल से मिलन कर भुगतान योग्य राशि का आंकलन किया जाता है। ग्राम पंचायत भागू टोला में पूर्व में हुए मजदूरी भुगतान में यदि मजदूरों के भुगतान में कटौती किया हुआ होता तो शायद मजदूरों के द्वारा सही कार्य करते । अब देखना होगा कि तकनीकी सहायक और अन्य जिम्मेदार अधिकारी स्टाप डेम गहरी करण कार्य में मजदूरी भुगतान को लेकर कितना परदशिता अपनाते है ।
तालाब में लबालब पानी फिर भी गहरीकरण
ग्राम पंचायत भागू टोला में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत तालाब गहरी करण सह पचरी निमार्ण का कार्य भी प्रारंभ है जिसमे लबालब पानी भरी हुई है।जिसमे गोदी की खुदाई कहा पर हुआ है और उक्त गोदी से निकाले गए मिट्टी को कहा पर रखा गया है यह भी कार्य स्थल पर देखने से समझ आ रहा है । उक्त ग्राम पंचायत में निर्माण एंजेसी के द्वारा मजदूरों के फर्जी हाजरी भरे जाने से कार्य स्थल को देखते हुए इनकार नही किया जा सकता साथ जो पचरी बनाया गया है उसमे भी गुणवत्ता को दरकिनार किया गया है। तकनीकी सहायक के द्वारा प्रकालन को हाथ में रखकर मूल्यांकन किया जाता है तो अनेक कमियां सामने आएगा।
दुकान में भरा जाता है मस्टरोल
कार्य स्थल पर मजदूरी करने गए मजदूरों से बातचीत करने पर पता चला कि कार्य स्थल पर रोजगार सहायक और सरपंच मौजूद रहकर कार्य कराते हैं लेकिन ग्राम पंचायत भागू टोला में ही सरपंच का दुकान है वही पर बैठकर मनमाने तरीके से लोगो की हाजरी भरे जाते है ।