कवर्धा , सरकारी खजाना का खुलेआम लूट किया जा रहा है । सरकारी संपत्ति को अपनी संपत्ति मानकर निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत निंगापुर घटिया शौचालय बनाकर हड़प लिया है और ज़िम्मेदार आंख बंद कर आहरण करने में मदद भी कर दिया । पंडरिया विकासखंड के निर्माण कार्यों में आधिकांश जगहों पर गुणवत्ता दरकिनार किया जाता है । निर्माण कार्य बनते ही बह जाता है तो कोई कार्य महज दिखावे का होता है। ।जिसका मुख्य वजह ज़िम्मेदार अधिकारियो की नियमित निरीक्षण की कमी दिखाई देता है। तकनीकि अधिकारी निर्माणाधीन स्थल पर जाने की बजाए घर बैठे मूल्यांकन सत्यापन कर देते है । निर्माण कार्य का प्रकालन के अनुसार हो रहा है या नहीं इनसे कोई वास्ता नहीं रखते । जिसका खामियाजा हितग्राहीयो को भुगतना पड़ता है । पूर्व माध्यमिक विद्यालय निंगापुर में एक लाख चालीस हजार की लागत से शौचालय निर्माण कराया गया है। जो कुछ दिन में ही जर्जर हो गया है । बच्चो को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
सरकारी धन का दुरुपयोग
सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग पांडे8या विकासखंड में खुलेआम किया जा रहा है यदि देखना है तो पूर्व माध्यमिक विद्यालय निंगापुर में देखा जा सकता है। ग्राम पंचायत निंगापुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शौचालय नहीं होने के कारण स्कूली बच्चों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था । बच्चो के हित को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत ने शौचालय निर्माण कराने का निर्णय लिया और विद्यालय के सामने शौचालय निर्माण कार्य प्रारंभ किया । शौचालय निर्माण कार्य प्रारंभ विद्यालय में गर्मी छुट्टी के समय 12 मई 2023 को किया और कार्य में लेट लतीफी करते हुए पांच माह से ऊपर का समय लगाते हुए 22 अक्टूबर को पूर्ण किया । जिसको नागरिक सूचना पटल पर अंकित किया है । शौचालय निर्माण में एक लाख चालीस हजार रुपए व्यय किया है । आज शौचालय की स्थिति देखने से उसका कोई उपयोगिता नही दिखाई देता है ।
सिंटेक्स गायब
ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधान मंत्री आवास निर्माण करने लिए जितना राशि स्वीकृत किया जाता है उतना राशि बच्चो के लिए सर्व सुविधा युक्त शौचालय के लिए राशि स्वीकृत किया गया । जो भ्रष्टाचार की भेट चढ गया । एक लाख चालीस हजार रुपए पंद्रहवें वित्त आयोग की राशि शौचालय निर्माण में कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत ने व्यय किया है । जिसमे सर्व सुविधा युक्त बालक और बालिका शौचालय निर्माण करना था लेकिन हालात ऐसा हो गया कि लोग वहां पर शौच तो क्या पेशाब करने भी नही जाते । शौचालय में पानी की आपूर्ति के लिए सिंटेक्स ही नही है। पाइप का कनेक्शन जरूर लगा हुआ है ।
छः माह भी नही चला शौचालय
शासन के द्वारा कोई भी निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए ज़िम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की नियुक्ति किया जाता है जिनके दिशा निर्देश में ही कार्य को संपन्न कराया जाता है लेकिन पंडरिया विकासखण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय निंगापुर में स्कूली बच्चों के लिए जो शौचालय का निर्माण कराया गया है वो छः माह भी नही टिक पाया और दरार आ गया। शौचालय को देखने से ही उसकी गुणवत्ता साफ साफ दिखाई दे रहा है। उसमे कितना अच्छा सामग्री का उपयोग किया गया है । निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत अपने ही गांव के छोटे छोटे स्कूली बच्चों के लिए बनाए गए शौचालय में गुणवत्ता को दरकीनार करता है तो अन्य निर्माण कार्य कैसा होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है ।
नियमित निरीक्षण का आभाव
पंडरिया विकासखण्ड मुख्यालय से निंगापुर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर से अधिक है और अंतिम छोर भी आता है जिसके चलते निर्माण कार्य को संपन्न कराने वाले अधिकारी घर बैठे ही अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करते है । यदि सक्षम अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा नियमित रूप से दौरा करते हुए निरीक्षण करते तो निर्माण एजेंसी के ऊपर डर रहता है और कार्य में गुणवत्ता युक्त सामग्री का उपयोग करते । जो नही हुआ । जिसका खामियाजा स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ रहा है ।
Click BP NEWS CG LOGO for You tube👇
यूट्यूब के लिए बीपी न्यूज सीजी लोगो पर क्लिक करें👇
Subscribe our channel👇
हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें
👇