17 अगस्त 2024 को बिलासपुर में आदिम जाति बैगा समाज छत्तीसगढ़ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक प्रदेश अध्यक्ष ईतवारी राम मछिया बैगा के अध्यक्षता में आयोजित किया गया। प्रदेश कार्यकारणी बैठक में समस्त बैगा विकासखंड से प्रतिनिधि शामिल हुए। जिसमें विकासखंड पंडरिया से ईतवारी राम मछिया प्रदेश अध्यक्ष, सेमलाल पड़िया जिला उपाध्यक्ष , विकासखंड बोड़ला से सोनालाल देवड़िया सदस्य बैगा विकास अभिकरण , विकासखंड सहसपुर लोहारा से पुसऊ राम बैगा, विकासखंड तखतपुर से सावन बैगा, राजू सिंह बैगा, विकासखंड भरतपुर से हीरालाल बैगा प्रदेश उपाध्यक्ष, सूरज बैगा प्रदेश संगठन महामंत्री, विकासखंड मनेन्द्रगढ़ से रामप्रसाद बैगा प्रदेश महासचिव, रामकुँवर बैगा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, विकासखंड खैरागढ़ से भगलू राम बैगा, अंजोर लाल बैगा, विकासखंड लोरमी से प्रेम बैगा, विकासखंड पेंड्रा से ज्ञानू राम बैगा, विकासखंड गौरेला से सीताराम बैगा, विकासखंड मरवाही से प्रेमसिंह बैगा, विकासखंड कोटा से रामसिंह बैगा शामिल हुए। प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा राज्य के समस्त बैगा समाज की आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक न्याय एवं तरक्की पर विस्तारपूर्वक चर्चा एवं निर्णय किया गया। बैठक में चर्चा किया गया कि राज्य के कई इलाकों में मलेरिया, डायरिया जैसी बीमारियों से बैगाओं की हो रही मौतों पर चिंता व्यक्त किया गया। प्रदेश कार्यकारणी के द्वारा प्रमुख विषयों पर चर्चा किया एवं प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया गया। जिसमें सर्वप्रथम प्रदेश अध्यक्ष पद पर चल रही विवाद जिसमें कथित तौर पर कुछ बैगा समाज के लोगों द्वारा मनमानी तौर पर खुद को प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर लिया गया है, जो कि भ्रामक एवं असत्य है। प्रदेश कार्यकारिणी ने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ के समस्त बैगा विकासखंडों एवं जिलों के द्वारा सर्व सम्मति से ईतवारी राम मछिया बैगा ग्राम अमनिया विकासखंड पंडरिया जिला कबीरधाम को प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था यही सत्य एवं सही है । वर्तमान में भी जबतक कार्यकाल पूर्ण नहीं हो जाता या प्रदेश के समस्त बैगा समाज के द्वारा चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न नहीं हो जाता तब तक ईतवारी राम मछिया बैगा ग्राम अमनिया विकासखंड पंडरिया जिला कबीरधाम ही आदिम जाति बैगा समाज छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष हैँ और रहेंगे। यह निर्णय सर्व सम्मति से पारित किया गया। इसके बाद दूसरा निर्णय जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति PVTGs समूहों के लिए 9623 पदों पर भर्ती विज्ञापन जारी किया गया था, जिसमें अभी भी पूर्ण भर्ती नहीं किया गया है। स्वीकृत पद रिक्त है, जिसे अतिशीघ्र पूर्ण किया जावे। नए पद स्वीकृत करते हुए पदों में वृद्धि किया जावे। तीसरा निर्णय जिसमें आदिम जाति बैगा समाज के जाति गोत्र मछिया, रठुड़िया, बगदरिया जैसे पहचान को संरक्षित, संवर्धन करने का निर्णय लिया गया । चतुर्थ निर्णय लिया गया कि कबीरधाम जिले में जिला प्रशासन द्वारा बैगा महिलाओं एवं बच्चों के कुपोषण और अनिमिया को दूर करने के लिए पुट बारो सेरी बाढ़न योजना अंतर्गत पौष्टिक गर्म पका भोजन सभी पारा टोला में खिलाया जा रहा है। जिसका विस्तार करते हुए राज्य में सम्पूर्ण बैगा बसाहट में शुरु किया जावे। अंतिम निर्णय लिया गया कि प्रदेश में शिक्षित बैगा बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए शाला संगवारी शुरु किया गया था जिसे बंद कर दिया गया। इसे पुनः शुरु करते हुए शाला संगवारी की भर्ती किया जावे। प्रदेश कार्यकारिणी बैठक को सफल बनाने सभी पदाधिकारियों का उल्लेखनीय एवं सराहनीय योगदान रहा ।