प्रयागराज। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साधु-संतों के साथ त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि ‘महाकुंभ’ सनातन संस्कृति की अविरल धारा का अद्वितीय प्रतीक है। कुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है। आज धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में संगम स्नान करने का अवसर प्राप्त हुआ।
महाकुंभ में स्नान करने से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने संगम नगरी में पहुंचे साधु-संतों से मुलाकात करेंगे। जिनमें शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज, गोविंद गिरी महाराज और शरणानंद जी महराज के साथ अखाड़ें कई साधु-संत शामिल है। साधु संतों से मुलाकात करने के बाद शाह ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद केंद्रीय मंत्री जगन्नाथ ट्रस्ट शिविर में संतों के साथ जलपान ग्रहण करेंगे और उसके बाद शाम 7 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे। केंद्रीय मंत्री के संगम स्नान से पहले सभी घाटों पर नावों का संचालन रोका गया है। मेला प्रशासन ने ज्यादातर पांटून पुल को बंद कराया है। पुलिस और प्रशासनिक वाहनों के आवागमन के लिए पुल नंबर 3 और 10 को खोला गया है। आम जनता के लिए आज 13 नंबर पांटून पुल का संचालन किया जा रहा है।
बता दें कि महाकुंभ में 26 जनवरी के दिन 1.74 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। अब तक 13.21 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। 23 जनवरी तक 9.73 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। 10 लाख से ज्यादा लोग महाकुंभ में कल्पवास कर रहे हैं। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, अखिलेश यादव, रवि किशन, सीएम योगी और उनका पूरा मंत्रिमंडल संगम में स्नान कर चुके हैं।