छत्तीसगढ़ की पुलिस भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रही
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवीन जायसवाल ने कहा कि भाजपा पूरी तरह से लोकतंत्र को खत्म करने पर आमादा है मिशन लोटस से भाजपा का स्पष्ट संदेश है या तो हमारे साथ जुड़ जाओ या झूठे मामले बना के खत्म कर दिए जाओगे ।। जिसका ताजा प्रमाण छत्तीसगढ़ पीसीसी कार्यालय में ईडी की रेड और प्रदेश अध्यक्ष की जासूसी करवाना है ।
नवीन ने बताया कि प्रभारी महामंत्री श्री मलकीत सिंह गैन्दू को 8 घंटे ईडी कार्यालय में बैठाकर उल जुलूल सवाल किये जबकि सम्मन के चार बिन्दु थे उसमें जो नहीं था कि ईडी नगर निगम कब से हो गयी, वह बिल्डिंग का नक्शा कब पास हुआ, लेआऊट कहा है, छज्जा कितना निकला है, ऊंचाई कितनी है? नक्शा पास हुआ या नहीं अब ईडी भाजपा के लिए नगर निगम भी हो गयी । ईडी की मंशा सिर्फ कांग्रेस पदाधिकारी को प्रताड़ित करना है। ईडी में साहस है तो वह भाजपा के 150 करोड़ रू. की लागत से बने भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे को बनाने का रुपया कहां से आया इसकी जांच करे? कुशाभाऊ ठाकरे परिसर फाईव स्टार होटल की तर्ज पर बनाया गया है।
ब्लॉक अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने कार्यालयों के निर्माण के एक-एक रू. का हिसाब देगी जिसमें लाखों कार्यकर्ताओं की सहयोग राशि लगी है ।
इसी तरह कल रायपुर में प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक बैज जी के निवास के पास दंतेवाड़ा से सीजी अट्ठारह सीरिज की गाडी आती है, पिछली रात बारह बजे से लेकर कल दिनभर और फिर कल रात बारह बजे तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के निवास में जासूसी करती है। वहां टीआई रैंक के अधिकारी, एक सब इंस्पेक्टर और सिपाही आते है, चौबिस घंटा जासूसी करते है आखिर क्यों? मतलब साफ है कि प्रदेश अध्यक्ष के घर में कौन स्थानीय निकाय चुनाव जीता हुआ जनप्रतिनिधि आ रहे हैं, जिला पंचायत के मेंबर, जनपद के सदस्य रहे हैं, उन पर निगरानी रखी जा रही है। कि जनपदों में कांग्रेस के चुने हुए जनपद सदस्य को डराओ, धमकाओं, उठाओ, बंदूक की नोक पर भाजपा का जनपद अध्यक्ष बनाओ, जिला पंचायतों में भी कांग्रेस के जीते हुए सदस्यों को बंदूक की नोक पर उठा, ले जाओ और भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बनाओ। लोकतंत्र को कुचलने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार किस हद तक जा सकती है इससे बड़ा उदाहरण नहीं हो सकता।
नवीन ने कहा कि माननीय भूपेश बघेल जी के राज में कांग्रेस ने भी पांच साल सरकार चलाई, हमारी कांग्रेस की सरकार थी, नगरीय निकाय चुनाव हमारी सरकार में पारदर्शितापूर्ण तरीके से कराये। बैलेट पेपर से कराये। कहीं कोई दिक्कत नहीं आई। बंदूक की नोक पर हम लोग डराने धमकाने का काम नहीं किये, जो यह सरकार कर रही है। जो लोकतंत्र के लिए घातक है, बंदूक की नोक पर सरकार चुनाव जीतना चाहती है जबकि लोकतंत्र में ऐसा संभव नहीं है। इन दोनों प्रकरणों पर निष्पक्षतापूर्ण जांच और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं और इसकी भारी निंदा करते हैं ।