कवर्धा , छत्तीसगढ़ राज्य में कबीरधाम जिले का पहचान अलग ही है। छत्तीसगढ़ राज्य के तीन बार लगातार मुख्यमंत्री कवर्धा निवासी डॉ.रमन सिंह रहे । वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, राजनांदगांव लोकसभा सांसद संतोष पाण्डेय, त्रिपुरा लोकसभा सांसद कृति देवी सहित कई बड़े हस्तियां जिले में मौजूद हैं। पूरे राज्य का निगाह कबीरधाम पर रहता हैं। कबीरधाम जिला पंचायत सदस्य चुनाव में 13 भारतीय जनता पार्टी और एक मात्र कांग्रेस की सदस्य था । जातिगत राजनीति होने के कारण 13 सदस्यों में से 10 सदस्य अध्यक्ष बनने की सपना देख रहे थे और अपना दबदबा बनाए हुए थे लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान नौकरी छोड़कर राजनीति में पायदान रखने वाले ईश्वरी साहू अध्यक्ष की कुर्सी पाने में कामयाब रहे। उपाध्यक्ष के लिए भी भारी उठापटक चला । कबीरधाम जिले में दो विधानसभा पंडरिया और कवर्धा है जिसमें कवर्धा विधानसभा के जिला पंचायत सदस्य ईश्वरी साहू को अध्यक्ष बनाया है तो पंडरिया से उपाध्यक्ष की मांग उठ रहा था इस बीच पंडरिया और कवर्धा विधानसभा के सम्मिलित क्षेत्र क्रमांक 10 से निर्वाचित और उपमुख्यमंत्री के बेहद करीबी कैलाश चंद्रवंशी को उपाध्यक्ष बनाया गया। कवर्धा जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने के कारण पांच सदस्य चुनाव जीते थे उसमें भी भारी खींचतान चला और चर्चित सीट रहा । जनपद पंचायत कवर्धा भी दोनों विधानसभा से लगा हुआ है। जिला पंचायत की तरह यहां भी पेंच फंसे थे लेकिन जनपद सदस्य (दुल्लापुर ) से निर्वाचित सुषमा बघेल निर्विरोध अध्यक्ष बनने में सफल रही वहीं उपाध्यक्ष के लिए गणेश तिवारी निर्वाचित हुए।
त्याग और धैर्य का सुखद परिणाम आया
जिला पंचायत कबीरधाम अध्यक्ष बने ईश्वरी साहू ने नौकरी को त्याग कर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को चुनाव जीत में सहयोग किया जिसका सुखद परिणाम जिला पंचायत कबीरधाम का अध्यक्ष बना । वहीं उपमुख्यमंत्री के साथ जनहित के लिए कदम से कदम मिलकर चलने वाले कैलाश चंद्रवंशी धैर्य बनाए रखने के कारण जिला पंचायत उपाध्यक्ष की कुर्सी मिली । किसानों और गरीबों की लड़ाई लड़नें पर उन्हें जेल भी जाना पड़ा था लेकिन कभी पीछे नहीं हटे ।
जनपद पंचायत में धन बल नहीं आया काम भारतीय जनता पार्टी अनुशासन पर चलने वाली पार्टी है जहां पर सभी को साथ लेकर चलते है । यह कवर्धा जनपद पंचायत अध्यक्ष चयन पर दिखाई दे रहा था। आरक्षित वर्ग के पांच जनपद सदस्य चुनाव जीतकर अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे थे जिसमें रसूखदार , रुदबेदार, धनाढ्य लोग शामिल थे इन सब के बीच सुषमा बघेल निर्विरोध अध्यक्ष बनने में सफल हुए । उपाध्यक्ष के लिए गणेश तिवारी निर्वाचित हुए।
उपमुख्यमंत्री का दिखा प्रभाव
कबीरधाम जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और जनपद पंचायत कवर्धा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष में उपमुख्यमंत्री का प्रभाव देखने को मिला। दो विधानसभा होने पर लोगों में कवायद लगाया जा रहा था कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों विधानसभा से बनाए जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोगो में भारी चर्चा का विषय बना हुआ है कि उपमुख्यमंत्री प्रभाव शाली है जिनका वजूद चुनाव में देखने को मिला ।