कवर्धा , पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर के आदर्श ग्राम कुई में दस लाख की लागत से बनाए गए पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर के अहाता गुणवत्ताहीन होने के कारण भरभरा के गिर गया । जिसमे कालम तो खड़ा किया गया था लेकिन छड़ की पकड़ के लिए जाली नही लगाया गया था साथ ही प्रतिबंधित लाल ईट और स्थानीय नदी के मिट्टी युक्त रेत का उपयोग निर्माण कार्य में किया गया था जिसके फलस्वरूप पहली बरसात में ही गिर गया । कबीरधाम जिला में सरकारी राशि का दुरुपयोग करने में कोई कसर नही छोड़ रहे है । ग्राम पंचायत कुई में हाल ही निर्माणाधीन लाल ईट से बनाया जा रहा नाली , नदी में निर्माणाधीन पचरी भी बह गया और अब विद्यालय परिसर में बने आहता भी भरभरा गिर गया बावजूद जिम्मेदार गहरी नींद में सो रहे हैं अब तक किसी के ऊपर कोई ठोस कार्यवाही नही किए हैं जो जन मानस में चर्चा का विषय बना हुआ हैं कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों के कितने गुलाम है ।
नाला के ऊपर नाली निर्माण के लिए बनाया प्रकालन
विधायक आदर्श ग्राम योजना में शामिल ग्राम पंचायत कुई के विद्यालय परिसर में बाउंड्री वॉल निर्माण के लिए स्टीमेट बनाते समय इंजीनियर और अनुविभागीय अधिकारी ने स्थल निरीक्षण किए बगैर घर बैठे बना दिए है । जिस जगह पर बाउंड्री वॉल निर्माण किया गया है उसके बीचों बीच नाला है जिसे अन्यत्र स्थानांतरित किए बगैर अहाता निर्माण की स्वीकृति दे दिया गया । उक्त नाला में अध्यधिक पानी रहता है जिसके चलते स्टाफ डेम भी बनाया गया है । स्टीमेट बनाने वाले अधिकारी भी दोषी है उनके ऊपर भी कार्यवाही होनी चाहिए।
नरवा को पाटने की थी तैयारी
छत्तीसगढ़ सरकार ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा , गरवा, घुरुवा ,बाड़ी , छत्तीसगढ़ के चार चिनहारी नारा लगाया जाता है लेकिन उन्ही के विधायक आर्दश ग्राम योजना में चिनहारी को पाटने की तैयारी किया जा रहा था । शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुई के स्कूल में पूर्व में बाउंड्री वॉल का निर्माण किया गया था जिसके परिसर के समीप नाला है उस नाला को छोड़कर बाउंड्री वॉल का निर्माण किया गया था लेकिन वर्तमान में सरकार के चिनहारी को ही उन्ही के विधायक आदर्श ग्राम योजना में राशि की स्वीकृति कर मिटाने की तैयारी कर लिया गया था लेकिन नरवा के पानी ने गुणवत्ता दरकिनार बनाए गए अहाता को एक झटके में तोड़ कर बहा दिया ।
निर्माण में गुणवत्ता दरकिनार
पंडरिया विधान सभा के जागरूक विधायिका के विधायक आदर्श ग्राम योजना के ग्राम पंचायत कुई निर्माण कार्य को लेकर सुर्खियों मे रहता है इसमें कहीं न कहीं बड़े स्तर के राज नेताओ या अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने से इंकार नही किया जा सकता । नाली निर्माण , पचरी निर्माण , विद्यालय का अतरिक्त कक्ष निर्माण के बाद आहात निर्माण में गुणवत्ता को दरकिनार किया गया है । आहता निर्माण कार्य के लिए दस लाख रुपए की बड़ी राशि स्वीकृत किया गया था जिसके स्वीकृति के समय ही लोगो को समझ आ गया था कि निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया जाएगा यही सोचकर नाला के ऊपर निर्माण के लिए तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी और इंजीनियर ने स्टीमेट बना दिया और लोगो की सोच साकार हो गया है । निर्माण कार्य को देखने से ही समझ आ जाता था कि उक्त कार्य में कितना गुणवत्ता का ध्यान रखा गया है ।
कालम के छड़ में जाली नही
दीवार को मजबूत रखने के लिए कालम खड़ा किया जाता है और छड़ के साथ जाली भी बांधा जाता है लेकिन कालम के नाम पर केवल छड़ खड़ा करके खाना पूर्ति किया जा रहा है । उक्त निर्माण कार्य की तकनीकी अधिकारी की उपस्थिती में बारीकी से जांच कराने पर तरह तरह के कमियां सामने आएगा लेकिन जांच की उम्मीद करना बेकार है क्योंकि सत्ता पक्ष के विधायक का आदर्श ग्राम योजना की राशि है साथ ही उन्ही के पसंदीदा सरपंच है ।
प्रतिबंधित लाल ईट से निर्माण
कबीरधाम कलेक्टर के न्यायलय में फ्लाई एस संगठन के तत्कालीन जिला अध्यक्ष सनत कुमार चंद्राकर के द्वारा मामला दर्ज किया गया था जिसमे क्लेक्टर न्यायलय कबीरधाम ने सभी शासकीय कार्य में लाल ईट का निर्माण कार्य पर उपयोग नही करने का आदेश पारित किया था लेकिन उन्ही के आदेश का धज्जियां सभी निर्माण में किया जा रहा है साथ ही मूल्यांकन , सत्यापन कर राशि भी जारी किया जा रहा है । जिस पर किसी भी प्रकार का कोई रोक टोक नही है । उक्त निर्माण कार्य में उपयोग किया गया ईट किस पंजीकृत ईट भट्ठा संचालक से खरीदी किया गया इसकी भी जांच करने की आवश्यकता है ।