कालू सलूजा
पांडातराई , छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 90 में से 85 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं । पार्टी ने पांच सीटों अंबिकापुर , बेलतरा , कसडोल बेमेतरा और पंडरिया विधानसभा के प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं पंडरिया विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार की संभावित सुची सोसल मीडिया में वायरल होते ही उम्मीदवार अपने आकाओं की चक्कर लगाने लगे । पंडरिया विधानसभा सीट में राजनीतिक गर्माहट तेज हो गई है भारतीय जनता पार्टी ने जिले की पंडरिया सीट को छोड़ कवर्धा सीट पर अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है कवर्धा विधानसभा सीट से भाजपा से विजय शर्मा कांग्रेस से मोहम्मद अकबर ( संभावित),आप पार्टी से लोहारा रियासत के राजा खडग राज सिंह अभी मैदान में है । पंडरिया सीट में अभी भी कांटा फंसा हुआ है जिससे किसी बड़े उलटफेर के संकेत भी नजर आ रहें हैं चार से पांच नामो को लेकर अभी भी उहापोह की स्थिति है संभावित विषेसर पटेल के अलावा अभिषेक सिंह , भावना बोहरा, गोपाल साहू , कैलाश चंद्रवंशी , दिनेश चंद्रवंशी के नामो की प्रमुखता से चर्चा हो रही है । पंडरिया विधानसभा सीट से टिकट की चाह रखने वाली एक भाजपा नेत्री भाजपा के तमाम बड़े नेताओं को साधने में जुटी हुई है , वही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से बिषेसर पटेल का नाम तय माना जा रहा है लेकिन समय ही बतायेगा की टिकट किसे मिलेगा और मात किसे , वहीं कांग्रेस को ज़िताऊ प्रत्याशी की तलाश में चयन में देरी हो रही है विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 7 नवंबर को मतदान होना है सितंबर के अंत तक सूची जारी कर देने वाली कांग्रेस अभी छत्तीसगढ़ के किसी विधानसभा सीट पर प्रत्याशी घोषणा नहीं कर पाई है । पंडरिया विधानसभा में कांग्रेस से किसे प्रत्याशी बनाया जाएगा इस पर सब की नजर टिकी हुई है । पंडरिया विधानसभा सीट को लेकर अंतिम दौर में दो नाम रह गए जिसमें एक नाम तय होना है कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच इस बात की चर्चा है की वर्तमान विधायक ममता चंद्राकर को मैदान में उतारा जाता है या चेहरा बदला जाता है यही उत्सुकता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच चर्चा का केंद्र बिंदु बन गया है कांग्रेस के मंथन का दौर में जो बातें छनकर आई है उसके अनुसार पंडरिया विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक का परफॉर्मेंस कमजोर माना जा रहा है पंडरिया विधानसभा में चार दावेदारों में से टिकट फाइनल होने की उम्मीद है ये प्रमुख दावेदार ममता चंद्राकर ,महेश चंद्रवंशी ,अर्जुन तिवारी और नीलकंठ चंद्रवंशी है ये चारों नेता कहीं न कहीं टिकट पाने के लिए जिम्मेदार नेताओं का साथ लेकर अपने लिए रास्ता बनाने में लगे हुए हैं ये तो आने वाला कल ही बतायेगा कांग्रेस के आला नेताओं की अग्नि परीक्षा में कौन सा दावेदार पास होता है उम्मीदवारी का लंबा होता इंतजार कार्यकर्ताओं में नेताओं में बेचैनी बढ़ा रहा है बताया जा रहा है कि 15 अक्टूबर को कांग्रेस भी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है वही उम्मीदवारों की धड़कनें तेज हो गई है उम्मीदवारों के लिए एक-एक दिन भारी पड़ रहा है जब तक उम्मीद वारो की अधिकृत घोषणा नहीं हो जाती तरह तरह के अटकलों की चर्चा राजनीतिक गलियारे में लाजमी है अलबत्ता चुनाव में चाहे जो उम्मीदवार हो टिकट चाहे जिसे मिले मगर पंडरिया विधानसभा चुनाव में घमासान जमकर होगा हर सियासी बिसात बिछाए जाएंगे अंतिम वक्त पर चुनाव कौन जीतता है समीकरण कैसे बनते हैं यह देखना दिलचस्प होगा और अंतिम समीकरण ही जीत का पैमाना होता बहरहाल मौजूदा वक्त में तो कांग्रेस और भाजपा की उम्मीदवारी पर ही गली मोहल्ले गांव दर गांव चर्चा हो रही है ।
अंतिम समीकरण ही जीत का पैमाना होता है ।