कवर्धा , कवर्धा विधान सभा के विधायक केबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्वाचन क्षेत्र में खनिज अधिकारी और खनिज निरीक्षक नही है जो चर्चा का विषय बना हुआ है चर्चा का मुख्य वजह है कि कबीरधाम के अधिकांश नेता ठेकेदारी करते है और उन्ही लोगो का क्रेसर संचालित है , खनिज विभाग में राजस्व वसूली की बुरी स्थिति है। आलम यह है खनिज विभाग को बीते वित्तीय वर्ष में 4.76 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है। विभाग में अधिकारी नहीं होने के कारण वसूली कम हुई है। इस वजह से शासन को भी कारों को नुकसान हुआ है। तीन माह पहले यहां पदस्थ रहे खनिज अधिकारी संदीप कुमार नायक ईडी की गिरफ्त में आ गए। वर्तमान में बाबूओं के भरोसे विभाग चल रहा है।
जरूरी कार्य के लिए डिप्टी कलेक्टर प्रभारी अधिकारी
डिप्टी कलेक्टर संदीप ठाकुर खनिज विभाग के अतिरिक्त प्रभार पर हैं। स्थाई रुप से अधिकारी की नियुक्ति नहीं होने से अब िजले में अवैध परिवहन और उत्खन के भी मामले बढ़ते जा रहे हैं। बीते तीन माह में देखा जाए, तो मात्र 16 प्रकरण में कार्रवाई हुई है। जिला खनिज विभाग का काम ठप पड़ा है। तीन माह पहले संदीप नायक जिला खनिज अधिकारी के रुप में पदस्थ थे। जनवरी 2023में ईडी ने उक्त अधिकारी को पूर्व कार्यकाल में हुए मामले की जांच के लिए गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद से जिला खनिज अधिकारी का पद रिक्त है। जिले में खनिज अधिकारी नहीं होने से लीज के मामले, रायल्टी क्लियरेंस सहित कई विभागीय कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
वित्तीय वर्ष में 7.10 करोड़ राजस्व का था लक्ष्य
खनिज विभाग को बीते वित्तीय वर्ष में 7.10 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन खनिज विभाग में िजला खनिज अधिकारी, इंस्पेक्टर सहित तकनीकी पद के जानकार नहीं होने के कारण लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। मात्र 2.34 करोड़ रुपए की ही वसूली हो पाई है। वहीं वर्ष 2021-22 में विभाग को 5.47 करोड़ रुपए की राजस्व वसूली की थी। फिलहाल विभाग बाबूओं के भरोसे संचािलत है।
तीन माह में सिर्फ 16 कार्रवाई
तीन माह में अवैध परिवहन के मामलों में भी नाममात्र कार्रवाई की गई है। जनवरी माह में अवैध परिवहन के 8 मामलों में कार्रवाई की गई, जिससे 1.40 लाख रुपए वसूली की गई। जबकि फरवरी माह में एक भी कार्रवाई नहीं हुई। मार्च महिनें में 8 प्रकरण में 64800 रुपए वसूली की गई है। इनमें से ज्यादातर कार्रवाई शिकायत के बाद संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार और एसडीएम द्वारा की गई है। विभाग की ओर से नहीं की गई।
अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले बढ़े
खनिज माफिया को पता है कि विभाग में अधिकारी नही है खनिज विभाग में न तो िजला खनिज अधिकारी है और न ही इंस्पेक्टर। ऐसे में जिले में हो रहे अवैध परिवहन और अवैध उत्खनन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जिले के चारों ब्लाक में करोड़ों रुपए के सड़क निर्माण, भवन निर्माण सहित कई शासकीय कार्य चल रहे हैं। इन िनर्माण कार्यों में उपयोग होने वाला मटेरियल कहां से ला रहे हैं। रायल्टी जमा की जा रही है अथवा नहीं। इसी जांच भी नहीं हो पा रही है।
सैकड़ों अवैध ईट भट्ठा संचालित
कबीरधाम जिला मुख्यालय के आसपास सहित चारो विकासखंडों में सैकड़ों की तादात में ईट भट्ठा संचालित हो रहे हैं लेकिन अधिकारी नही होने के कारण कोई कार्यवाही नही हो रहा है । प्रभारी अधिकारी केवल शिकायतों का इंतजार करते है और तहसीलदार , अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को जांच के लिए भेजते है ।