कवर्धा , जिला कलेक्टर के द्वारा समीक्षा बैठकर लेकर और प्रति सप्ताह समय सीमा के बैठक में तरह तरह के दिशा निर्देश जारी करते रहते है बावजूद विभागीय अधिकारियों के द्वारा नियमो को ताक में रखकर अनैतिक कार्य को अंजाम देते है । उच्चा अधिकारी और उच्च कार्यालय के निर्देशों को नजर अंदाज करते हुए मनमानी करते रहते है यह कबीरधाम के महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना विभाग में देखा जा सकता है ।
मजदूरों के बजाय मशीनरी का उपयोग
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत पुलिया निर्माण विकास खंड कवर्धा के अधीनस्थ ग्राम पंचायत बटुरा कछार में प्रारंभ हो रहा है जिसमे पुलिया निर्माण के लिए जो गड्ढा खुदाई मजदूरों के द्वारा होना चाहिए उसे जे सी बी से किया गया । उक्त निर्माण स्थल पर जाकर देखने से स्पष्ट दिखाई दे रहा है बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों निर्माण एजेंसी को मना नहीं किया । जो समय से परे है ।
तकनीकी सहायक की भूमिका संदेह में
ग्राम पंचायत बटुरा कछार में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत पुलिया की स्वीकृति प्राप्त हुआ है । नियमानुसार पुलिया निर्माण कार्य के लिए ले आउट करने तकनीकी सहायक को निर्माण स्थल पर जाकर निर्माण संबंधी सम्पूर्ण जानकारी निर्माण एजेसो को दिया जाना होता है । जिसके अनुरूप निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य को पूर्ण करेगा लेकिन कार्य स्थल पर देखने से ऐसा नही लगता की तकनीकी सहायक निर्माण कार्य स्थल पर जाकर निर्माण संबंधी जानकारी दिया हो । यदि जानकारी दिए होते तो निर्माण एजेंसी मजदूरों की जगह जे सी बी का उपयोग किया होता ।
कार्य स्थल पर सूचना पटल नही
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अधिनियम में सबसे पहले नागरिक सूचना पटल बनाया जाना होता है जिसमे निर्माण से संबंधित संपूर्ण जानकारी के अलावा जिम्मेदार अधिकारियों के नाम पता, तकनीकी सहायक,रोजगार सहायक, कार्य प्रारंभ तिथि, कार्य पूर्ण तिथि और शिकायत का निःशुल्क नंबर भी लिखा होता है । निर्माण एंजेसी के द्वारा नागरिक सूचना पटल ही नहीं बनाया है जो मनरेगा अधिनियम के विपरीत है लेकिन आज तक कोई भी सक्षम अधिकारी के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नही किया गया है ।
कार्य में गुणवत्ता दरकिनार
ग्राम पंचायत बटुरा कछार में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जो पुलिया निर्माण किया जा रहा है उसमे पूर्व में भी कुछ स्तर हीन निर्माण कार्य किया जा रहा था जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था तब काम को रोक दिया गया और अब उसे उसी तरीके से पुनः कार्य को प्रारंभ करने की तैयारी किया जा रहा है ।