कवर्धा , छत्तीसगढ़ विधानसभा के पंडरिया 71 में कांग्रेस पार्टी के विधानसभा चुनाव 2023 के लिए लंबी दावेदारों की सूची है जिसमे चयन करने के लिए पार्टी हाई कमान को भी दिक्कत हो रहा है । कबीरधाम जिला के सभी कांग्रेस कार्यकर्ता पंडरिया विधानसभा से ही दावेदारी कर रहे है क्योंकि कवर्धा से मोहम्मद अकबर अकेले दावेदार है । पंडरिया विधानसभा भी कांग्रेस के पास ही है लेकिन यहां के प्रथम महिला विधायक ममता चंद्राकर सत्ता और संगठन में तालमेल बिठाने में सफल नहीं हो सकी जिसके चलते जिला भर के सभी नेताओ का नजर यही टिकी हुई है । दावेदारों की लंबी कतार और हालत, परिस्थितियों के देखने से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा हैं कि अर्जुन तिवारी, महेश चंद्रवंशी और नीलकंठ /मीना चंद्रवंशी के बीच हो टिकट फाइनल होने की संभावना दिखाई दे रहा है। जिसका बड़ी वजह है कि ये नेताओ लोगो की सामाजिक, पारिवारिक के साथ उनके समस्याओं का निराकरण करने क्षेत्र में दिखाई देते है लेकिन कुछ लोग केवल चुनावी लाभ लेने मैदान में नजर आते है ।
पंचायत से लेकर राज्य स्तर के नेता दौड़ में
पंडरिया विधानसभा चुनाव में दावेदारी करने के लिए नगर पंचायत और त्रि स्तरीय पंचायत पदाधिकारियों का दावेदारी ज्यादा है । जो पदाधिकारी अपने स्थानीय स्तर के समस्याओं का निराकरण करने में सक्षम नहीं हो सकता वो लोग पंडरिया विधान सभा क्षेत्र की सेवा करने को लेकर आतुर है । खैर सभी को अपनी दावेदारी करने का अधिकार है । प्रबल दावेदार में पंडरिया के पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष अर्जुन तिवारी है जो क्षेत्र में लगभग बीस वर्षो से लोगो की सुख ,दुख , पारिवारिक,सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल हो कर सेवा करते आ रहे है । सूत्रों की माने तो अर्जुन तिवारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए अपनी दायित्वों का निष्ठा के साथ निर्वहन करते है । इसी के चलते कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अन्य नेता के साथ पकड़ मजबूत है । पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य पचास वर्षीय महेश चंद्रवंशी ने शासकीय सेवाओं को छोड़कर सक्रिय राजनीति में अपना कदम रखा और कांग्रेस कमेटी के ब्लाक से लेकर प्रदेश स्तर का पार्टी के द्वारा सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन किया है । महेश चंद्रवंशी मूलतः कृषक परिवार से ताल्लुक रखता है और वर्ष 2016.17 में उत्कृष्ट कृषक सम्मान से नवाजा गया था। वर्तमान में पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रहते हुए कितना भी शासन से वेतन प्राप्त होता है उसे कोविड मरीजों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करते हुए अपनी अलग छवि बनाने में सफल रहे । आयोग के सदस्य रहते हुए प्रतिदिन लोगो की समस्याओं का निदान करने में कोई कसर नहीं छोड़े। प्रतिदिन पंडरिया विधानसभा क्षेत्र का दौरा करते हुए ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुरूप राज्य सरकार के विभिन्न योजनाओं से राशि स्वीकृत कराते हुए विकास कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी । दावेदारों की सूची में पूर्व जिला अध्यक्ष नीलकंठ चंद्रवंशी ने भी विगत कई वर्षों से पंडरिया विधानसभा में अपनी दावेदारी पेश किया है लेकिन उनकी नाम पर पार्टी हाई कमान मुहर नही लगता । कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष रहते हुए संगठन को मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ा लेकिन इनका मूल व्यवसाय कृषि तो है साथ ही ठेकेदारी कार्य भी करते है । इनके द्वारा सड़क , नाली , सी सी रोड सहित कई बड़े बड़े निर्माण कार्य का टेंडर लिया जाता है इसी बीच भोरमदेव अभ्यारण्य क्षेत्र में परिवार के लोगो के द्वारा अवैध रूप से क्रेशर मशीन संचालित था जिस शिकायत पर वन , राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने जुर्माना लगाते हुए सील करने की कार्यवाही कर दिया जो आज तक बंद पड़ा है जिसके चलते चर्चा में आए और थोड़ा छवि घुमिल हो गई । छात्र जीवन से राजनीति करने वाले आनंद सिंह की लोगो के बीच में अच्छी पैठ है । जो भी जिम्मेदारी सत्ता और संगठन के द्वारा दिया जाता है उसे पूर्ण करने में कामयाबी हासिल कर लिया जाता है। छात्रा और युवाओं में जबरदस्त पकड़ रखने में सफल है ।इनके अलावा कवर्धा विधानसभा के पूर्व विधायक तथा राजा योगेश्वर राज सिंह , पंडरिया विधानसभा पूर्व प्रत्यासी लाल जी चंद्रवंशी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य व मंडी अध्यक्ष विष्णु साहू सहित लगभग पचपन लोगों ने अपनी दावेदारी ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पास किए हैं ।