कवर्धा , देश की राजधानी दिल्ली में सरकार बनाने के बाद पंजाब में भी अपने कार्यशैली के आधार पर सभी राजनैतिक पार्टियों को पराजित करते हुए सरकार बनाने में सफल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अरविंद केजरीवाल ने अब अपनी नजर छत्तीसगढ़ राज्य में लगाए हुए है । छत्तीसगढ़ में अपार संभावनाएं होने के बावजूद राज्य की विकास नही होने और भ्रष्टाचार मुक्त , अच्छी स्वास्थ्य, शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने की मंशा से सभी विधानसभा क्षेत्रों में बेदाग छवि के जिताऊ प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया जा रहा है। चर्चित विधानसभा क्षेत्र 72 में सहसपुर लोहारा रियासत के राजा खड़ग राज सिंह पर भरोसा जताते हुए उम्मीदवार घोषित किया है। जिस पर खड़ग राज सिंह ने पार्टी की भरोसा पर खरा उतरने की बात कही है ।
क्षेत्र में मजबूत पकड़
लोहारा रियासत के राजा खड़ग राज सिंह का क्षेत्र में पकड़ मजबूत है। आदिवासी समाज में पैठ बना कर रखा हुआ है साथ ही अन्य समाज के लोगो के साथ भी आम आदमी की तरह मेल मुलाकात करते रहते है । खड़क राज सिंह सरल , मृदुभाषी स्वभाव के रूप में जाने पहचाने जाते है।
विकास में कोई कसर नहीं
खड़ग राज सिंह पूर्व में नगर पंचायत सहसपुर लोहारा के अध्यक्ष थे । अध्यक्ष के रहते हुए नगर पंचायत सहसपुर लोहारा के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा । नगरवासियों के मांग और आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य करने में सफल भी रहे । जिसके चलते उनकी छवि साफ सुथरा है और लोगो की पसंद भी है ।नगर सेवा के बाद खड़क राज सिंह ने अपने विधानसभा कवर्धा के नगर पंचायतों की दयनीय स्थिति को देखते हुए और वनांचल के निवासियों की मूलभूत सुविधाएं को पूर्ण करने का बीड़ा उठाया है। खड़क राज ने बताया कि आज भी लोग शिक्षा, स्वास्थ्य, शुद्ध पेयजल से वंचित है जिन्हे दूर करने के लिए चुनाव मैदान में उतरा हु और लोगो की उम्मीद में खरा उतरने का प्रयास करूंगा ।
सामाजिक कार्यों में कोई कसर नहीं
राजा महाराजाओं से लोगो की उम्मीद काफी रहता है । जिस पर बहुत कम लोग ही खरा उतर पाते है लेकिन खड़ग राज सिंह ने अपने क्षेत्र के लोगो के लिया हमेशा तत्पर रहते हैं उन्होंने लाभ और नुकसान का कोई परवाह किए बगैर लोहारा विकासखंड में पटेल समाज, बोडला विकासखंड में आदिवासी समाज के लिए मंगल भवन, कबीरपंथ/पनिका समाज को भवन निर्माण करने के लिए अपनी पुस्तैनी जमीन को दान में दे दिया है साथ ही क्षेत्र के किसानों की हित को भी ध्यान में रखते हुए सुतियापाठ जलाशय की पानी को लोहारा तक लाने के लिए अपनी पुस्तैनी जमीन को नहर निर्माण कार्य के लिए दान दे दिया है और नहर निर्माण होने से क्षेत्र के लोगो को आसानी से पानी उपलब्ध हो रहा है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती हैं साथ ही पशु , पक्षी के अलावा निस्तारी के भी उपयोग हो रहा है ।