कवर्धा , महिलाओ और बच्चो की संपूर्ण विकास की जिम्मेदारी के लिए महिला एवम बाल विकास विभाग को सौप गए है । इस विभाग में लगभग आधिकांश अधिकारी कर्मचारी महिलाएं ही है। ऐसे विभाग में सेवा करने के लिए नियुक्त छोटे कर्मचारियो से खुलेआम वसूली जारी है। वसूली करते समय अधिकारी के हाथ पांव भी नही कापते। वसूली की जानकारी होने पर वसूली कर्ता के साथ साथ विभाग की भी बदनामी होता है लेकिन विभागीय कर्मचारी सारी लोक लाज खो बैठे हैं। वसूली की जानकारी संचालक तक पहुंच गया जिसे रोकने के लिए पत्र जारी करना पड़ गया ।
इनको जारी हुआ पत्र
संचालनालय महिला एवं बाल विकास, छत्तीसगढ़ इंद्रावती भवन, ब्लाक-1, द्वितीय तल, नवा रायपुर अटल नगर, छ.ग. दूरभाष कमांक 0771-2234192, email: dirwcd.cg@gov.in 5537/130/मबावि/आई-04/2024-25 नवा रायपुर, दिनांक 24/08/2024 जिला कार्यक्रम अधिकारी / जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग जिला समस्त (छत्तीसगढ़) तथा
बाल विकास परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना जिला समस्त, समस्त (छत्तीसगढ़)को आंगनबाड़ी केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण अंतर्गत मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों का मुख्य आंगनबाड़ी केन्द्रों में परिवर्तन/अपग्रेडेशन के तहत मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से लगातार वसूली को लेकर रोकने के संबंध में जारी किया गया है।
इन पत्रों को अवलोकन करने का निर्देश
छत्तीसगढ़ शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग, मंत्रालय का पत्र क्रमांक एफ 3-18/2022/50 दिनांक 06.12.2022 | भारत सरकार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का पत्र No. 11/7/2022-CD-1 दिनांक 06.09.2023 |. भारत सरकार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का पत्र No. 11/7/2022-CD-1 दिनांक 28.03.2024 ।. छत्तीसगढ़ शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग, मंत्रालय का पत्र क्रमांक एफ 3-18/2022/50 दिनांक 02.08.2024 ।. संचालनालय, महिला एवं बाल विकास का पत्र क्रमांक 4878, दिनांक 06.08.2024 कृपया संदर्भित पत्रों का अवलोकन करें। आप अवगत हैं कि शासन के निर्देशानुसार राज्य के समस्त मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र स्वतः ही मुख्य आंगनबाड़ी केन्द्र में परिवर्तित/अपग्रेड हो गए हैं।
मिनी कार्यकर्ता से कार्यकर्ता बनाने के नाम पर वसुली
जिन गावो की जनसंख्या कम है वहां पर मिनी आंगनबाड़ी केंद्र खोलकर गर्भवती महिलाएं, शिशुवती माताओं और छः वर्ष से कम उम्र के बच्चो की संपूर्ण विकास,देखरेख के लिए एक मिनी आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया है जिसकी मानदेय भी कम रहता है शासन ने देखा कि इनकी भी कार्य अंगनबाड़ी कार्यकर्ता से कम नहीं हैं तो उन्हें पूर्ण रूप से कार्यकर्ता बनाने का आदेश जारी किया गया है ।लेकिन वसूली की जानकारी मिलते ही संचालक द्वारा जारी पत्र में साफ साफ लिखे हैं संचालनालय के संदर्भित पत्रानुसार अपग्रेडेशन हेतु अपेक्षित कार्यवाही की कण्डिका 2 एवं 3 अनुसार कार्यवाही उपरांत समस्त मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करेंगी तथा तद्नुसार उनके मानदेय एवं स्वत्वों का भुगतान किये जाने के निर्देश दिये गए हैं। कतिपय परियोजनाओं में मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के उन्नयन के नाम पर राशि उगाही की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इस प्रकार का कृत्य सिविल सेवा आचरण के नियमों के विरूद्ध है। अतः इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल जाँच कर अनावेदक के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करें।
उगाही करने की जरूरत नहीं
संचालक ने पत्र जारी करते हुए कार्यक्रम अधिकारी को साफ साफ निर्देश दिए हैं अपने स्तर से भी पत्र के माध्यम से, समस्त मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों के स्वतः ही मुख्य आंगनबाड़ी केन्द्र में परिवर्तित / अपग्रेड होने की सूचना से समस्त परियोजनाओं / पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अवगत करावें। का स्पष्ट है।कबीरधाम जिले में सौ से अधिक मिनी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है जो पूर्ण रूप से अपग्रेड हो गया लेकिन उनके मानदेय बढ़ाने के नाम पर भारी उगाही जारी है।