कवर्धा, 21 सितम्बर 2024। वर्ष के तीसरे नेशनल लोक अदालत में आज राजीनामा के 16 हजार 478 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें तकरीबन 17000 से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए और 41 लाख रूपए का मुआवजा घोषित किया गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कवर्धा श्रीमती सत्यभामा अजय दुबे के करकमलों से माँ सरस्वती के छायाचित्र पर पुष्पांजली एवं दीप प्रज्ज्वलन कर वर्ष के तीसरे नेशनल लोकअदालत का शुभारम्भ हुआ, जिसमें जिला न्यायालय के सभी न्यायाधीश, अधिवक्ता एवं पक्षकार मौजूद थे।
न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कवर्धा में लम्बित प्रकरण जिसमें कवर्धा स्थित अपने ससुराल में पुत्र के जाति प्रमाण पत्र के लिए दस्तावेज लेने आने पर बहु से विवाद करने वाले ससुर एवं जेठ पर राजीनामा योग्य धाराओं के तहत दर्ज अपराध का निपटारा श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सीजेएम के द्वारा सुलह-समझौते से कराया गया, जिसमें दोनों पक्षों को समझाईश दिए जाने पर कि वे मिलजुल कर रहेंगे, सहमति बनी उन्हें न्यायालय में ही फलदार पौधे भी वितरित किये गये।
ज़िले के न्यायालयों में लम्बित 1156 प्रकरण सुलह-समझौते राजीनामा से निराकरण के लिए नेशनल लोक अदालत में चिन्हांकित कर रखा गया था जिसमें से 924 प्रकरण दोनों पक्षकारों के न्यायालय में उपस्थिति एवं सहमति से निराकृत हुए। इसमें बैंक, दूरभाष, विद्युत विभाग एवं नगर निगम के 17516 प्रकरण प्रीलिटिगेशन (मुकदमा पूर्व वाद प्रकरण) के रखे गये थे। जिसमें समझौते से 15554 निराकृत हुए। इसमें राजस्व के 15523 प्रकरण निराकृत हुए जिसमें आर.बी.सी. 6-4 के 15441 प्रकरणों में 15 करोड़ 20 लाख 221 रूपए वितरित किए गए। वहीं सम्पूर्ण न्यायालय में कुल 15 करोड़ 99 लाख 26 हजार ब्यानबे रूपए के सेटलमेंट हुए।