कवर्धा , भारत सरकार की एक क्रन्तिकारी योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY), ने 25 दिसंबर को 25 वर्ष पुरे कर लिए है । योजना ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य
ग्रामीण भारत को सड़क नेटवर्क से जोड़कर समग्र विकास और सशक्तिकरण सुनिश्चत करना हैं ।
वर्ष 2000 मे शुरू की गई योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों मे आवागमन की सुविधा को बढ़ावा दिया, जिससे न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा हुए, बल्कि स्वस्थ, शिक्षा और व्यापर जैसे बुनियादी सुविधाओं को नई दिशा मिली है ।
योजना की प्रमुख उपलब्धिया
कबीरधाम जिला में अब तक कुल 384 सड़क राशि रुपये 647.44 करोड़ लाख की 1904. 67 किमी की ग्रामीण सड़को एवं 11 वृहद् पुल पुलियों राशि 25. 91 करोड़ लाख का निर्माण किया गया है । प्रधानमंत्री आदिवासी महा अभियान योजना अंतर्गत वर्ष 2023-24 मे कुल 47 सड़क लागत राशि 135. 73 लाख करोड़ की 186. 20 किमी एवं वर्ष 2024 -25 बैच -1 मे कुल 12 सड़क लागत राशि 32. 58 लाख करोड़ 46. 60 किमी की स्वीकृति प्राप्त हुई है कार्य प्रगति पर है तथा बैच -02 अंतर्गत कुल 17 सड़क लागत राशि 28. 22 लाख करोड़ की 40.80 किमी की निविदा प्राक्रिधिन हैं । कबीरधाम जिले मे 573 गांव को मुख्य सड़क नेटवर्क से जोड़ा गया है ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने मे महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आधुनिक तकनीकों और पर्यावरण -अनकूल निर्माण प्रक्रियाओं को अपनाया गया है।
विकास में मिल का पत्थर हुआ साबित
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना
ने ग्रामीण भारत के विकास मे मील का पत्थर स्थपित किया हैं । यह योजना सबका साथ सबका विकास के दृष्टिकोण को साकार करती है, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर रहे है कि हर गांव, हर नागरिक, और हर क्षेत्र विकास की मुख्य धारा से जुड़ रहे है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भविष्य मे PMGSY फेस 4 और प्रधानमंत्री जन मार्ग योजना के अंतर्गत और अधिक बस्तियों और
गॉवों को सड़क संपर्क से जोड़ने की योजना है ।