कवर्धा, कबीरधाम जिले के वनांचल क्षेत्र के वनवासियो एवं विशेष पिछड़ी जन जाति वर्ग (बैगा) के लोगो की आय का मुख्य अतिरिक्त साधन तेंदूपत्ता संग्रहण है। वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, वन मंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह के मार्गदर्शन में जिले के तेन्दूपत्ता फड़ो में तेंदूपत्ता (हरा सोना) का संग्रहण कार्य शुरू हो गया है। संचालक मंडल के सदस्यों ने तेन्दूपत्ता से 25 करोड़ की आय दिलवाने का संकल्प लिया है। वन मंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बताया कि जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा के संचालक मण्डल की बैठक सोमवार को आयोजित की गई। बैठक में इस वर्ष कबीरधाम जिले के 34 हजार 930 तेन्दूपत्ता संग्राहको को गुणवत्ता युक्त तेन्दूपत्ता संग्रहण कर अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए मंथन किया गया। अध्यक्ष श्री दुखीराम धुर्वे द्वारा समस्त सदस्यो को निर्देशित किया कि हम सब मिलकर प्रत्येक तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार को जागरूक करते हुए कहा कि प्रत्येक परिवार 500 गड्डी से अधिक गुणवत्ता युक्त तेन्दूपत्ता संग्रहण करे। ताकि उन्हे जनकल्याणकारी योजनाएं जैसे शहीद महेन्द्र कर्मा सामाजिक सुरक्षा अनुदान योजना अंतर्गत मुखिया की मृत्यु उपरांत दुख सन्तप्त परिवार को 02 लाख रूपए की अनुदान राशि, परिवार के सदस्यो की मृत्यु होने पर 12000 रूपए की अनुदान राशि, शिक्षा प्रोत्साहन योजना अंतर्गत व्यवसायिक कोर्स के लिए 25 हजार रूपए, गैर व्यवसायिक कोर्स के लिए 12 हजार रूपए, मेघावी छात्र-छात्राओ को पुरस्कार स्वरूप 8वीं कक्षा में अधिकतम छात्र एवं छात्रा को 2000 रूपए, 10वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्रा को 2500 रूपए और 12वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्रा को 3000 रूपए प्रत्येक समिति स्तर पर प्राप्त हो सके। 10वीं तथा 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले समस्त छात्र-छात्राओ को क्रमशः 10000 एवं 25000 रूपए प्राप्त हो सकें। संचालक मण्डल सदस्यो द्वारा वर्ष 2021-22 की समीक्षा करने पर पाया कि कबीरधाम जिले में 228 छात्र-छात्राओ को 26 लाख 57 हजार 500 रूपए की राशि का भुगतान लघु वनोपज संघ द्वारा किया गया है। वन मंडलाधिकारी श्री चूड़ामणि सिंह ने बताया कि गतवर्ष 34930 तेन्दूपत्ता संग्राहको को तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक राशि 16 करोड़ 70 लाख रूपए और 1832 लघु वनोपज संग्राहको को 04 करोड़ 73 लाख रूपए भुगतान किया गया था एवं वर्ष 2022 में 05 करोड़ 61 लाख का बोनस मिलेगा। इस प्रकार एक वर्ष में वनांचल के 36762 वनवासियो को 22 करोड़ 31 लाख रूपए की अतिरिक्त आय प्राप्त हुई थी। समिति सदस्यो द्वारा इस वर्ष कम से कम 25 करोड़ की आय दिलवाने के लिए यथा सम्मत प्रयास करने पर सहमति बनी। इसके लिए प्रत्येक सदस्य अपने-अपने क्षेत्रों में ग्रामिणो को गुणवत्ता युक्त पत्ता संग्रहण करने की समझाइस दिए।