कवर्धा , छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 कुछ दिन ही बाकी है जिसमे प्रत्यासी चयन को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं को बहुत दिक्कत होती दिखाई दे रहा है। कवर्धा विधानसभा पर पूरे प्रदेश के साथ साथ देश की निगाह टिकी हुई हैं। यह विधानसभा हाई प्रोफाइल हो चुका है । जिसका वजह है छत्तीसगढ में कवर्धा निवासी डाक्टर रमन सिंह पंद्रह साल तक मुख्यमंत्री रहे । पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की घोषणा पत्र और लोक लुभावना वादों के चलते कांग्रेस से मोहम्मद अकबर भाई ने एकतरफा साठ हजार वोट से चुनाव में जीत हासिल किया था । कवर्धा में भगवा झण्डा विवाद , धरमपूरा में जैतखाम का जलाना सहित कुछ अन्य घटनाएं हुई जो जाति बाद के रूप ले लिया है । कवर्धा में साहू , कुर्मी , मरार समाज की बहुल्यता है जिसके चलते इन्ही जाति के लोगो को टिकट मिलता चला आ रहा है लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसाबर मतदाताओं ने जातिवाद से हटकर सामान्य वर्ग के प्रत्यासी को ज्यादा पसंद कर रहे है। जिसमे डा रमन सिंह , विजय शर्मा, सांसद संतोष पांडे का नाम लोगो के जुबान से सुना जा रहा है । वही साहू समाज से रामकृष्ण साहू , सियाराम साहू सहित अनेक लोगो का नाम सामने आ रहा है । मरार पटेल समाज से संतोष पटेल सहित कुर्मी समाज से भी लंबा दावेदार का नाम सामने आ रहा है ।
कांग्रेस.भाजपा नही धार्मिक मुद्दा हावी होने की संभावना
विधानसभा चुनाव में साठ हजार वोट से चुनाव जीतने में कामयाब होने वाले तेज तर्रार नेता मोहमद अकबर को लोग नही पचा पा रहे है। कवर्धा में हुए भगवा ध्वज , धरमपूरा में जैतखाम विवाद में विधायक की कोई भूमिका नजर नही आया बावजूद उसे धार्मिक मुद्दा बनकर हावी हुआ । अब लोगो को मंत्री अकबर के विकास कार्य नजर कम आ रहा है बल्कि उसे मुस्लिम समुदाय के नज़रिए से देखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव को हिंदू मुस्लिम की नजर से देखकर जोड़ा जा रहा है। हिंदू बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए भाजपा में दावेदारों की सूची लंबा है ।
मतदाताओं में सामान्य वर्ग की मांग
कवर्धा विधानसभा में जातिवाद के अनुरूप ही टिकट वितरण किया जाता रहा है लेकिन इस बार मातादाओ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को पसंद कर रहे हैं और पार्टी कोर कमेटी में उन्ही के नाम का प्रस्ताव भी पारित किया है लेकिन शायद कवर्धा से चुनाव नही लड़ने पर उनके जगह पर विजय शर्मा के कार्यशैली को देखते हुए लोगो के जुबान में चर्चा पर बना हुआ है । भाजपा कवर्धा विधानसभा को अपनी पास सुरक्षित रखना चाहते है वो किसी भी जिताऊ प्रत्यासी का ही चयन करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । पार्टी सांसद संतोष पांडे को भी चुनाव मैदान में उतार सकता है । वही पटेल समाज में पकड़ रखने वाले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष पटेल भी दावेदारों की लाइन में लगे हैं । गणेश तिवारी राजेंद्र चंद्रवंशी, रामकृष्ण साहू , पूर्व विधायक सियाराम साहू सहित साहू कुर्मी समाज के बहुत से दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश किए हैं ।