कवर्धा, विधानसभा चुनाव की मतदान 7 नवंबर को है जिसके लिए सोलह उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं । आम आदमी पार्टी से सहसपुर लोहारा रियासत के राजा खड़ग राज सिंह, कांग्रेस में विधायक और मंत्री अकबर भाई, भारतीय जनता पार्टी से प्रदेश महामंत्री जिला पंचायत सभापति विजय शर्मा सहित अन्य प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदाताओं द्वारा किया जाएगा । आम आदमी पार्टी पंजाब और दिल्ली में सरकार के द्वारा चलाए गए योजनाओं के भरोसे मैदान में हैं, भाजपा हिंदुत्व के साथ चुनावी घोषणा पत्र के भरोसे मतदाताओं से अपील करते नजर आ रहे है वही कांग्रेस प्रत्याशी अकबर भाई ने अपने कार्यकाल में किए विकास और भुपेश बघेल सरकार के द्वारा संचालित किए गए योजनाओं के भरोसे पुनः विधानसभा पहुंचने के लिए जोर लगा रहे है । सात नवंबर को मतदान है और तीन दिसंबर को मतगणना होना है । मतदाताओं ने किसे छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंचाएंगे उसका फैसला हो जाएगा लेकिन अभी तक मतदाता मौन है ।
आप ने दिल्ली,पंजाब सरकार के योजनाओं के भरोसे
आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सहसपुर लोहारा रियासत के राजा खड़ग राज सिंह ने पंजाब और दिल्ली सरकार के द्वारा संचालित किए जा रहे योजनाओं को छत्तीसगढ में भी सरकार बनने लागू करने की अपील करते हुए अपनी पक्ष में मतदान कराने में भिड़ी है । आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने दस गारंटी के साथ स्थानीय मुद्दों को लेकर वोट मांगने मतदाताओं के पास जा रहे है लेकिन कितना सफलता मिलेगी यह तीन दिसंबर को हो पता चलेगा ।
मंत्री अकबर विकास के नाम मांग रहे वोट
मंत्री अकबर भाई ने वर्तमान में कवर्धा विधानसभा क्षेत्र से विधायक है और प्रदेश के कद्दावर मंत्री भी है उन्होंने अपने पांच साल के कार्यकाल में किए विकास को लेकर मतदाताओं के पास जा रहे है । मतदाता भी अभी मौन है कुछ बोल नहीं रहे है । मोहम्मद अकबर भाई साफ सुथरा और बे दाग छवि के नेता के रूप में जाना जाता है लेकिन कवर्धा विधानसभा मुख्यालय में कभी रात नही रुके और कुछ चिन्हाकिंत चेहरों में घिरे दिखे । कवर्धा शहर के गली मोहल्ले की सड़को की स्थिति भी जैसा होना चाहिए वैसा नही है । जिसका खामियाजा अकबर भाई को भुगतना पड़ सकता है ।
घोषणा पत्र और हिंदुत्व के भरोसे
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विजय शर्मा वर्तमान में भाजपा प्रदेश महामंत्री के साथ जिला पंचायत कबीरधाम में सभापति के पद पर आसीन है । पिछले वर्ष कर्मा माता चौक के पास भगवा ध्वज को लेकर विवाद हुआ था जो बड़ी रूप ले लिया था और शहर सहित छत्तीसगढ़ राज्य में दो समुदाय के बीच तनाव की स्थिति निर्मित हो गया था । जिसमे भाजपा प्रत्याशी सहित दोनो समुदाय के लोगो पर मामला दर्ज किया गया था। मामला को शांत करने के लिए झंडा विवाद स्थल को भगवा ध्वज चौक का नामकरण करते हुए एक सौ आठ फीट ऊंचा झंडा भी लगाया गया लेकिन उक्त विवाद को लेकर मतदाताओं के पास हिंदुत्व की बात करते हुए वोट मांगा जा रहा है । धर्म की रक्षा के लिए बहुत से साधु संत भी क्षेत्र में भिड़े हुए हैं । अब इसका कितना फायदा या नुकसान होगा । यह मतगणना पर ही पता चलेगा ।