कवर्धा संत श्री आशाराम जी बापू आश्रम भोरमदेव छपरी में छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए दो दिवसीय जिला स्तरीय विद्यार्थी उज्जवल भविष्य निर्माण शिविर का आयोजन किया गया। जिसका आज पुरस्कार वितरण के साथ समापन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
बच्चों के शिविर लेने के लिए रायपुर से आई शिक्षिका सुनीता रघुवंशी बता रही थी कि- बच्चे कच्चे घड़े की तरह होते हैं। यदि बच्चों को बचपन में ही भक्ति, ध्यान और संयम के संस्कार मिल जाएं तो वह भौतिक उन्नति के साथ-साथ मानव जीवन के अंतिम लक्ष्य को भी प्राप्त कर सकता है। यदि बालक अपने विद्यार्थी जीवन का ध्यान रखता है तो उसका भावी जीवन भी संभलता है क्योंकि बचपन के मूल्य ही बच्चे के जीवन की आधारशिला होते हैं। बच्चों को सही मार्गदर्शन देने के लिए व उन्हें संस्कारवान बनाने के लिए पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की पावन प्रेरणा से संपूर्ण भारत में साधकों द्वारा नि:शुल्क बाल संस्कार केंद्र चलाए जा रहे हैं, और समय-समय पर इस प्रकार के विद्यार्थी अनुष्ठान शिविर एवं योग व उच्च संस्कार कार्यक्रम का आयोजन करते रहते हैं।
शिविर शिक्षिकों द्वारा बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ जीवन के हर क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ा जाए, परीक्षा में अच्छे अंक कैसे अर्जित करें, स्वस्थ रहने की कुंजियां, आसन, प्राणायाम और अपनी योग्यताओं को विकसित करने की बातें भी सिखाई गई।
शिविर संपन्न कराने में जिला महिला प्रभारी कांति साहू, रजनी ठाकुर, सरिता लहरे, सुशीला साहू, डीगेश्वरी साहू,शिविर शिक्षिका रघुवंशी बहन का विशेष सहयोग रहा।
इस दौरान कबीरधाम जिले के दर्जनों गांवों से आए हुए सैकड़ों बच्चों सहित सेवाधारी एवं शिविर शिक्षक उप स्थित रहे।