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बेटियो की सुरक्षा पर ध्यान नही दे रहा आदिम जाति कल्याण विभाग

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कवर्धा ,अनुसूचित जनजाति वर्ग की बालिकाओं को कक्षा 6 से कक्षा 12 वीं तक आवासीय सुविधा सहित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं नियमित आधुनिक तकनीक एवं राष्ट्रीय प्रतियोगी वातावरण के अनुरूप तैयार करने हेतु योजना स्वीकृत है। विभागान्तनर्गत कन्या शिक्षा परिसर माध्यमिक शिक्षा मण्डल के पाठ्यक्रम के अंतर्गत संचालित है। भोरमदेव कन्या शिक्षा परिसर में 240 सीट स्वीकृत है। जहां पर 12 से 18 वर्ष की किशोरी बालिकाएं अध्ययनरत होती है । साथ ही जिले के अन्य छात्रावासो और आश्रम शालाओं में अधीक्षिका या अधीक्षक नही है । एक अधीक्षक पर दो , दो जगह का प्रभार सौंपा दिया गया है । जिम्मेदार अधिकारियो के द्वारा अनुसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव ( महराजपुर )में कवर्धा की पोस्ट मैट्रिक की अधीक्षिका को प्रभार दिया गया है जबकि वहां भी 50 किशोरी ,युवती बालिकाओ के लिए सीट स्वीकृत है ।एक अधिक्षिका दो स्थान पर ड्यूटी किस तरह से कर रही होगी ये समझ से परे है।
एक संस्था से दूसरे संस्था की दूरी 10 किमी
पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास और अनुसूचित जनजाति शिक्षा कन्या परिसर भोरमदेव (महराजपुर) की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है। शिक्षा परिसर में 6 वी से लेकर 12 वी की छात्राएं आवासीय शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं । जिनका उम्र 12 से 18 वर्ष के बीच होता है वही कन्या पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में 11 वी से लेकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली बालिकाएं निवास कर शिक्षा ग्रहण करते हैं। दोनो संस्थाओं में किशोर अवस्था से लेकर युवा अवस्था की बालिकाएं रहती हैं । सोचने की बात यह है कि एक अधिक्षिका दो स्थान पर ड्यूटी कर रही है जो संभव नहीं है ।
बेटियो की सुरक्षा पर सवालिया निशान
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की स्लोगन को चरितार्थ करते हुए शासन प्रशासन के द्वारा जगह जगह पर आवासीय विद्यालय और छात्रावास खोला गया है । जहां पर दुरस्त अंचल के बेटियां सुरक्षित रहकर शिक्षा प्राप्त कर सके लेकिन जिस तरह का खेल कबीरधाम जिला में खेला जा रहा है इससे बेटियो की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा होता है ।
इन संस्थाओं पर नही है अधीक्षक
अनुसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव (महाराजपुर)के साथ पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास कवर्धा, कन्या आश्रम नेउर के साथ
बैगा बालक आश्रम नेउर, प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास दलदली बालक आश्रम दलदली
,कन्या आश्रम चिल्पी के साथ साथ कन्या पोस्ट मैट्रिक चिल्पी ,
पोस्ट मैट्रिक एससी बालक छात्रावास कवर्धा के साथ पोस्ट मैट्रिक ओबीसी बालक छात्रावास कवर्धा ,
प्री मैं ओबीसी बालक छात्रावास कवर्धा के साथ साथ पोस्ट मैट्रिक एसटी बालक छात्रावास कवर्धा में अधीक्षक नही है । मजे की तो यह है कि सबसे बड़े संस्था जो हमेशा सुर्खियों मे बना रहता है अनुसूचित जनजाति कन्या शिक्षा परिसर भोरमदेव वहां पर बालिकाओं की संख्या अधिक भी है बावजूद जुगाड के अधीक्षिका रखे हुए हैं साथ ही पोस्ट मैट्रिक कन्या चिल्पी और आश्रम की दूरी लगभग दो किलोमीटर है बाकी संस्थाएं एक कैंपस में ही है ।
एक माह में व्यवस्था नही कर पाया विभाग
शिक्षा सत्र की शुरुआत एक माह होने को है जहां पर विभाग पूर्ण रूप से एक व्यवस्था की देखरेख के लिए एक अधीक्षक का व्यवस्था नही कर पाया जो चर्चा का विषय बना हुआ है। उक्त संस्थाओं में अनियमित चतुर्थ कर्मचारियों के भरोसे पर ही संस्थाओं का संचालन हो रहा है जो भगवान भरोसा ही है। अधीक्षक का व्यवस्था नही कर पाना अपनो को लाभ पहुंचाने की मंशा तो नही है ।

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