कवर्धा , कबीरधाम जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल बे हाल है । भीषण गर्मी को देखते हुए केंद्र संचालन का समय में संशोधन कर दिया गया है लेकिन पुराने रवैया के चलते पुराने समय पर ही केंद्रों को खोला जाता है साथ ही कुपोषण को दूर करने और बच्चो के सेहत के अनुरूप मीनू बनाकर भोजन दिया जाता है उसका भी पालन नही हो रहा है । जिनके जिम्मेदार विभाग के सक्षम अधिकारी ही है जिन्हे जो दायित्व मिला है उसे करने में सक्षम नजर नही आते ।
मीनू का पालन नही
छोटे छोटे बच्चो को कुपोषण से बचाने के लिए अलग अलग दिन अलग अलग प्रकार के नाश्ता ,भोजन दिए जाने का प्रावधान है लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा नियमित निरीक्षण और दौरा नही करने के कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा निर्धारित मीनू का पालन करने के बजाए मनमाने तरीके से भोजन, नाश्ता बनाते है साथ ही नियमानुसार बिल बनाकर राशि का भुगतान कराते है ।
समय पर नही खुलता केंद्र
भीषण गर्मी को देखते हुए आंगनबाड़ी केंद्र संचालन का समय में संशोधन किया गया है । सुबह सात बजे से ग्यारह बजे तक बच्चो को आंगनबाड़ी केंद्र में नियमानुसार गतिविधि कराया जाना है । कवर्धा शहर में ही समय पर केंद्र नही खुलता तो वनांचल और दूर दराज का उम्मीद करना बेकार है । आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका पुराने समय पर केंद्र खोलते है और नए समय में बंद कर देते है ।
नियमित निरीक्षण की आवश्यकता
आंगनबाड़ी केंद्र सुचारू रूप से संचालित हो उसके लिए अलग अलग अधिकारी कर्मचारियों की नियुक्ति हुआ है लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे है घर बैठे यात्रा भत्ता की सुविधा ले रहे है । जहा पर बस , टेम्पो का सुविधा और संचालन नही वहा पर उसी के नाम से फर्जी तरीके से यात्रा भत्ता निकाल रहे है साथ ही दूरी भी अधिक दर्शाया जा रहा है जो जांच का विषय है ।