कवर्धा , लखपति दीदी एक स्वयं सहायता समूह की सदस्य होती हैं, जिनकी वार्षिक घरेलू आय ₹ एक लाख से अधिक होती है। वित्तीय सफलता से परे, वे स्थायी आजीविका प्रथाओं को अपनाकर और एक सभ्य जीवन स्तर प्राप्त करके प्रेरित करती हैं। महिला स्वा सहायता समूह की सामूहिक कार्रवाई, वित्तीय साक्षरता और कौशल विकास के साथ इस यात्रा का समर्थन करते हैं, जिससे सदस्यों को उद्यमशीलता के लिए सशक्त बनाया जाता है। सरकार इस पहल का सक्रिय रूप से समर्थन करती है, विविध आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा देती है और रणनीतिक योजना और कार्यान्वयन के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देती है लेकिन कबीरधाम जिला में ऐसा नहीं हो रहा है। जो चिंतनीय है ।
दो वित्तीय वर्ष में एक भी वार्षिक अधिवेशन आयोजित नहीं
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजन कबीरधाम जिला सहसपुर लोहारा विकासखंड के कलस्टर बीडोरा और बाजार चारभाटा में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजन अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में आयोजित वार्षिक अधिवेशन एवं कलस्टर स्तर आयोजित लखपति दीदी कार्यक्रम का तिथि , व्यय का बिल , वाउचर ,फोटोग्राफ्स तथा संबंधित समस्त दस्तावेज की जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत चाही गई लेकिन जन सूचना अधिकारी ने भ्रष्टाचार की उजागर होने की डर से जानकारी निरंक दे दिया है । दो वर्षों में एक भी वार्षिक अधिवेशन आयोजित नहीं किया है ।
योजना पर अधिकारी लगा रहे विराम
लखपति दीदी कार्यक्रम में समूह के दीदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण आयोजित नहीं किया जा रहा है। ऐसे में दीदियां कैसे लखपति बन पाएगी। कार्यालय जिला पंचायत कबीरधाम का पत्र क्रमांक /5474, 5475,5476,5477/जी. पं. /सुकाअ/2024 कबीरधाम दिनांक 18/11/2024 में स्पष्ट लिखा गया है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में इस कार्यालय द्वारा किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया है। उक्त पत्र क्रमांक में रिमन सिंह ठाकुर , जन सूचना अधिकारी एवं अति.मुख्यकार्यपालन जिला पंचायत कबीरधाम का हस्ताक्षर भी है। जो काफी चिंतनीय हैं।
योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा की संभावना
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत लखपति दीदी कार्यक्रम का वार्षिक अधिवेशन किया जाता हैं। मिली जानकारी अनुसार उक्त कार्यक्रम जिला पंचायत संसाधन केंद्र डंगनिया, लवलीवुड कॉलेज सहित अन्य जगहों पर आयोजित किया है जिसमें भारी गड़बड़ियां कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर राशि आहरण किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। जिसके उजागर होने की संभावनाओं को देखते हुए जिम्मेदार अधिकारी ने गलत जानकारी प्रदान किया है । जिसकी सूक्ष्मता से जांच करने पर तरह तरह की अनियमितता उजागर होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता।