कवर्धा – विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय कबीरधाम के बोड़ला और पंडरिया विकासखंड में निवास करते है । बैगा जनजाति समुदाय के लोग एक गांव में निवास नहीं करते बल्कि पारा,मोहल्ला , माजरा ,टोला में रहते है । जिनके बच्चो को अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से सरकार ने आवासीय विद्यालय खोला है । पंडरिया विकासखंड के पोलमी और बोडला विकासखण्ड के चौरा (जेवडन) में विशेष पिछड़ी जनजाति विद्यालय संचालित है। जहां पर बालक और बालिकाओं के लिए सौ – सौ मतलब चार सौ बच्चे आवासीय शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं । जहां पर उन्हें शिक्षा देने के लिए शिक्षक ही नहीं है। शिक्षक की कमी की पूर्ति करने के लिए दिनांक 12.09.2024 के पत्र आधार पर वर्ष 2024-25 के लिए जिला अंतर्गत संचालित विशेष पिछडी जनजातीय आवासीय विद्यालय पोलमी एवं चौरा के लिए अतिथि शिक्षकों (पीजीटी / टीजीटी) की पूर्ति हेतु दि. 25.09.2024 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था। जिसका प्रकिया आज तक पूर्ण नहीं हो पाया। इससे साबित होता है अधिकारी बैगा आदिवासियों के प्रति गंभीर नहीं है।
जनजाति समुदाय के बच्चों के शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं
कबीरधाम जिला में संचालित विशेष पिछड़ी जनजाति आवासीय विद्यालय पोलमी और चौरा में है, जहां पर विकासखंड के बैगा समुदाय के छात्र छात्राओं के द्वारा आवासीय शिक्षा ग्रहण करते है । शिक्षा सत्र जून से लेकर अप्रैल तक होता हैं । विद्यालय में प्रतिमाह मूल्यांकन परीक्षा, तीन माह में त्रैमासिक, छः माह में अर्धवार्षिक और अंतिम में वार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जिसकी जानकारी सभी को रहता हैं। विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देना शासन की मंशा में है। जिसके लिए हर संभव प्रयास और बजट जारी किया जाता हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी छह माह बीत जाने के बावजूद शिक्षक व्यवस्था करने में रुचि नहीं दिखा रहे है।
छः माह बीत जाने के बावजूद नहीं कर पाए शिक्षक भर्ती
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा जनजाति समुदाय के बच्चों के शिक्षा में कबीरधाम जिला प्रशासन और जिम्मेदार विभाग सक्षम नजर नहीं आ रहे है। दिनांक 12.09.2024 के आधार पर वर्ष 2024-25 के लिए जिला अंतर्गत संचालित विशेष पिछडी जनजातीय आवासीय विद्यालय पोलमी एवं चौरा के लिए अतिथि शिक्षकों (पीजीटी / टीजीटी) की पूर्ति हेतु दि.25.09.2024 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था। प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण करने में विभाग दो माह से अधिक का समय निकाल दिया फिर 10 दिसंबर को पत्र जारी करते हुए 17 दिसंबर तक दावा आपत्ति मंगाया गया। जबकि अब तक पूर्ण सूची जारी कर देना था। अब दावा आपत्ति का निराकरण करने के बाद प्रवीण्य सूची तैयार किया जाएगा फिर साक्षात्कार होगा। फिर अंतिम सूची का प्रकाशन कर शिक्षक भर्ती किया जाएगा । जिस प्रकार से लेट लतीफी किया जा रहा है। जिससे लगता हैं कि जनवरी 25 भी समाप्त हो जाएगा ।
मार्च में होगी बोर्ड परीक्षा
दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा मार्च में होना है। जिसके लिए मध्यमिक शिक्षा मंडल समय सारणी जारी भी कर दिया है । माह अप्रैल में स्थानीय कक्षाओं का भी परीक्षा सम्पन्न कर परिणाम भी घोषित कर सत्र का समापन भी हो जाता हैं। अभी शिक्षक भर्ती नहीं हो पाया है, तो उन बच्चों का परीक्षा परिणाम कैसा आएगा ये सोचनीय है।
विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली से पालक चिंतित
विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के लोगों का संपूर्ण विकास के लिए देश के प्रधानमंत्री ने जनमन योजना संचालित किया है। शासन के अधिकारी – कर्मचारियों के द्वारा बच्चों के लिए अब तक शिक्षक व्यवस्था नहीं कर पाए। जिसको लेकर पालक चिंतित है, आखिर हमारे बच्चों की शिक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है।